श्री नवनाग स्तोत्र || Shri Navnag Stotra || Shri Navnag Stotram

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हम आपको श्री नवनाग स्तोत्र के बारे में बताने जा रहे है इससे पढ़ने के बहुत फायदे है इससे पढ़ने मात्र से कालसर्प दोष में शांति मिलती है और भी अन्य बहुत फायदे है !! इसके साथ साथ आप श्री नवनाग स्तोत्र का पाठ राहू व् केतु ग्रह की दशा में पढ़ने पर भी लाभकारी परिणाम मिलते हैं |

श्री गणेशाय नमः |

अनन्तं वासुकिं शेषं पद्मनाभं च कम्बलम् |

शङ्खपालं धृतराष्ट्रं तक्षकं कालियं तथा || १ ||

एतानि नवनामानि नागानां च महात्मनाम् |

सायङ्काले पठेन्नित्यं प्रातः काले विशेषतः || २ ||

तस्य विषभयं नास्ति सर्वत्र विजयी भवेत् || ३ ||

|| इति श्री नवनाग नाम स्तोत्रम् सम्पूर्णम् ||

श्री नवनाग स्तोत्र के लाभ और फायदे || Shri Navnag Stotra Ke Fayde & Labh

  • यदि आपकी जन्म कुंडली में कालसर्प दोष है तो Shri Navnag Stotra का पाठ करना बहुत लाभकारी रहता हैं।
  • श्री नवनाग स्तोत्र का पाठ राहु ग्रह के बुरे गोचर के समय करना भी जातक को फायदेमद रहता हैं।
  • राहु ग्रह की महादशा और अंतर्दशा आपके लिए विपरीत चल रही है तो Shri Navnag Stotra का पाठ करना आपके लिए लाभदायक रह सकता हैं।
  • श्री नवनाग स्तोत्र का पाठ केतु ग्रह के बुरे गोचर के समय करना भी जातक को फायदेमद रहता हैं।
  • केतु ग्रह की महादशा और अंतर्दशा आपके लिए विपरीत चल रही है तो श्री नवनाग स्तोत्र का पाठ करना आपके लिए लाभदायक रह सकता हैं।

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