Aaj Badhe Ham Seena Taane – आज बढे हम सीना ताने

आज बढे हम सीना ताने
नहीं झुकें हम नहीं रुकें हम।
प्रलयंकारी तूफानों में
तूफ़ानों मे-तूफानों में। ।
आज बढे हम सीना ताने
नहीं झुकें हम नहीं रुकें हम।

साँझ सबेरे चिंतन
भारत माँ का खंडन दर्शन।
धरती को सब करने वंदन
खंडित भूमि एक कराने
एक कराने – एक कराने। ।
आज बढे हम सीना ताने
नहीं झुकें हम नहीं रुकें हम।

निशान भगवा लहरायें
सारे जग के आगे – आगे।
वैभव सारा प्राप्त करेंगे
मातृभूमि को अमर बनाने। ।
आज बढे हम सीना ताने
नहीं झुकें हम नहीं रुकें हम।

शपत तुम्हें है राम धनुष की
चक्र सुदर्शन और खडग की।
ब्रह्मा अस्त्र की और परशु की
राष्ट्र भक्ति का परिचय देंगे।
परिचय देंगे – परिचय देंगे। ।
आज बढे हम सीना ताने
नहीं झुकें हम नहीं रुकें हम।

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