Baras Baras Indra Raja || बरस बरस इंद्र राजा || Rajasthani Bhajan
बरस बरस इंद्र राजा x2
था बरसा म्हारो काज सारे x2
गाया वाली बेल तो पधारो पीर रामा
लिलो घोड़ो हिच करे
जेठ रा महीना मेह पवन गानो भाजे
पड़े रे तावडो भौम तपे
सात रे साईयारा नीर ये सुखाना
नवक्ंड में झनकार पड़े
आषाढ़ रे महीने में मेह अलख कर आसा
करसा थारी उबी बाट जोवे
धोरे धोरे मोढ़ जौ बाजरी
भेले भेले ज्वार बेल
सावन रा महीना में सुरंगो घनो गाजे
सूखा सरोवर फेर ये तारे
गगूर मोर पपिया घना बोले
आठूपोर आवाज़ करे
भद्रवा में भली कर आओ
मूसलाधारा मेह तो भरे
नदिया नाला आया रे चोगाना
गाया उबी हरियो घास चरे
हर्जी रे बेल रामपीर पधारिया
लीले घोड़े हिचकरे
हरी चरणे भाटी हरी बोलिया