Bhavprakash Nighantu By Khemraj Shrikrashnadas In Hindi PDF Free Download || भवप्रकाश निघंटू खेमराज श्रीकृष्णदास द्वारा हिंदी में पीडीएफ मुफ्त डाउनलोड
Bhavaprakash is a basic text of Ayurveda. Its author was Acharya Bhav Mishra. Bhavaprakash, Madhavanidana, and Shargadharasamhita are collectively called ‘Laghutrayi’ (while Charaka Samhita, Sushruta Samhita, and Ashtangahridaya are collectively called ‘Brihatrayi’). Bhavprakash was composed by Bhavamishra between 1500 and 1600 AD. Bhava Mishra is considered to be the last teacher of ancient Indian medicine. Nothing is known about his date of birth and place etc., but it is known that in Samvat 1550, he was an Acharya in Varanasi and was sitting on the peak of his fame. His father’s name was Pendant Mishra…………
भावप्रकाश आयुर्वेद का एक मूल ग्रन्थ है। इसके रचयिता आचार्य भाव मिश्र थे। भावप्रकाश, माधवनिदान तथा शार्ङ्गधरसंहिता को संयुक्त रूप से ‘लघुत्रयी’ कहा जाता है (जबकि चरकसंहिता, सुश्रुतसंहिता तथा अष्टांगहृदय को सम्मिलित रूप से ‘बृहत्त्रयी’ कहा जाता है)। भावप्रकाश की रचना भावमिश्र द्वारा सन् 1500 से 1600 के मध्य किया गया था। भाव मिश्र को प्राचीन भारतीय औषधि-शास्त्र का अन्तिम आचार्य माना जाता है। उनकी जन्मतिथि और स्थान आदि के बारे में कुछ भी पता नहीं है किन्तु इतना ज्ञात है कि सम्वत १५५० में वे वाराणसी में आचार्य थे और अपनी कीर्ति के शिखर पर विराजमान थे। उनके पिता का नाम लटकन मिश्र था………………