Ghot Ke Bhaang Pila De Lyrics || घोट के भांग पिला दे लिरिक्स
रे सुन गोरा बात मेरी मने घोट के भांग पिला दे ।
न समजे गोरा बात मेरी चैन जिया ने दिला दे ।।
तेरी भांग घोट के हारी तेरी भांग घोट के हारी ।
हाथा में छाले पड़गए मैं अपने पीहर जा रही ।
ना समजे गोरा बात मेरी चैन जिया ने दिला दे ।।
तेरी गल में सर्प विराजे तू भूता गेला नाचे ,
तेरा डम डम डमरू बाजे ।
जटा में तेरी गंगा है चम चम चंदा साजे,
रे सुन गोरा बात मेरी मने घोट के भांग पिला दे ।।
सुन गणपति की मेह्तारी लुक लुक के पीहर जावे ।
हाथा में छाल पड़े न पल भर से मिसी लावे ।
ना जाऊ भोले पीहर मैं चाहे जितनी भांग घुटा ले ।।
Re Sun Gora Baat Meri Mane Ghot Ke Bhang Pila De ।
Na Samjhe Gora Baat Meri Chen Jiya Ne Dila De ।।
Teri Bhang Ghot Ke Haari Teri Bhang Ghot Ke Haari ।
Haatho Em Chhale Pad Gaye Me Apne Pihar Jaa Rahi ।
Naa Samjhe Gora Baat Meri Chen Jiya Ne Dila De ।।
Teri Gal Me Sarp Viraje Tu Bhoota Gela Nache,
Tera Dam Dam Damru Baaje ।
Jataa Me Teri Ganga Hai Cham Cham Chanda Saje,
Re Sun Gora Baat Meri Mane Ghot Ke Bhang Pila De ।।
Sun Ganpati Ki Mehtari Luk Luk Ke Pihar Jave ।
Hatha Me Chhal Pade Na Pal Bhar Se Misi Laave ।
Naa Jau Bhole Pihar Me Chahe Jitni Bhang Ghuta Le ।।