कर ओम् भजन तू प्राणी लिखित भजन Kar Om Bhajan lyrics
कर ओम् भजन तू प्राणी । यह थोड़ी सी जिन्दगानी ।
आखिर यह दुनियाँ फानी , जरा कर ध्यान लियो , ओ बन्दे…
पहले शुभ कर्म कमाया । तब मानव चोला पाया ।
इस जग के अन्दर आया , नहीं कुछ ज्ञान कियो । ओ बन्दे..
बालक पन खेल गंवाया । ज्वानी में अति इतराया ।
धन का भी ढेर लगाया । बहुत अभिमान कियो । ओ वन्दे
आई अब वृद्ध अवस्था । बिगड़ी है सभी व्यवस्था ।
पूतों ने छीना वस्ता , नहीं कुछ मान कियों । ओ वन्दे..
अब तो कुछ धर्म कमाले । नरदेव ईश गुण गाले ।
वेदों की शिक्षा पाले , श्रेष्ठ विधान दियो । ओ वन्दे …
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