मन में बसा कर तेरी मूर्ति / Man Me Basa Kar Teri Murti Lyrics – Girdhar Aarti

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मन में बसाकर तेरी मूर्ति
उतरूं में गिरधर तेरी आरती

मन में बसाकर तेरी मूर्ति
उतारू में गिरधर तेरी आरती
मन में बसाकर तेरी मूर्ति
उतरूं में गिरधर तेरी आरती

(संगीत)

करुणा करो कष्ट हरो ज्ञान दो भगवन
भव में फसी नाव मेरी तार दो भगवन
(करुणा करो कष्ट हरो ज्ञान दो भगवन)
(भव में फसी नाव मेरी तार दो भगवन)

दर्द की दवा तुम्हरे पास है
दर्द की दवा तुम्हरे पास है
जिंदगी दया की है भीख मांगती

मन में बसाकर तेरी मूर्ति
उतरूं में गिरधर तेरी आरती
मन में बसाकर तेरी मूर्ति
उतरूं में गिरधर तेरी आरती

(संगीत)

मांगु तुझसे क्या मैं यही सोचु भगवन
जिंदगी जब तेरे नाम करदी अर्पण
(मांगु तुझसे क्या मैं यही सोचु भगवन)
(जिंदगी जब तेरे नाम करदी अर्पण)

सब कुछ तेरा कुछ नहीं मेरा
सब कुछ तेरा कुछ नहीं मेरा
चिंता है तुझको प्रभु संसार की

मन में बसाकर तेरी मूर्ति
उतरूं में गिरधर तेरी आरती
मन में बसाकर तेरी मूर्ति
उतरूं में गिरधर तेरी आरती

(संगीत)

वेद तेरी महिमा गाये संत करे ध्यान
नारद गुणगान करे छेड़े वीणा तान
(वेद तेरी महिमा गाये संत करे ध्यान)
(नारद गुणगान करे छेड़े वीणा तान)

भक्त तेरे द्वार करते है पुकार
भक्त तेरे द्वार करते है पुकार
दास अनिरुद्ध तेरी गाये आरती

मन में बसाकर तेरी मूर्ति
उतरूं में गिरधर तेरी आरती
मन में बसाकर तेरी मूर्ति
उतरूं में गिरधर तेरी आरती

मन में बसाकर तेरी मूर्ति
उतरूं में गिरधर तेरी आरती
मन में बसाकर तेरी मूर्ति
उतरूं में गिरधर तेरी आरती

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