नवदुर्गा प्रश्नावली चक्र || Nav Durga Prashnavali Chakra

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यदि आप कभी भी असमंजस्य की स्थिति में हो, आप किसी महत्वपूर्ण निष्कर्ष में पहुँचना चाहते हो परन्तु कुछ भी साफ नज़र न आ रहा हो, या किसी भी खास प्रश्न का उत्तर चाहते हो, या अपने अच्छे समय या किसी भी परेशानी का उपाय जानना हो तो यह दिव्य श्री नवदुर्गा प्रश्नावली चक्र आपको आपकी आस्था और श्रद्धा के अनुसार आपके प्रश्नों के उत्तर प्रदान कर देगा। इससे पूर्व में अपने प्रश्नों के उत्तर पाने के लिए राम शलाका व हनुमान प्रश्नावली चक्र पढ़ा। इसी क्रम में अब जिनका इष्ट माँ दुर्गा है उनके लिए नवदुर्गा प्रश्नावली चक्र दिया जा रहा है।

नवदुर्गा प्रश्नावली चक्र

नवदुर्गा प्रश्नावली चक्र की उपयोग विधि इस प्रकार है-

जिसे भी अपने सवालों का जवाब या परेशानियों का हल जानना है वो पहले नवदुर्गा माता का ध्यान करने के बाद 1 बार इस मंत्र का जाप करें-

या देवी सर्वभूतेषु मातृरुपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:।।

इसके बाद आंखें बंद करके अपना सवाल पूछें और माता दुर्गा का स्मरण करते हुए प्रश्नावली चक्र पर अपनी उँगली घुमाते हुए कहीं भी चक्र के अंदर रोक दें। जिस कोष्ठक (खाने) पर उँगली रुके, उस कोष्ठक में लिखे अंक के फलादेश को ही अपने प्रश्न का उत्तर समझें।

1- धन लाभ होगा एवं मान-सम्मान भी मिलेगा।

2- धन हानि अथवा अन्य प्रकार का अनिष्ट होने की आशंका है।

3- अभिन्न मित्र अथवा प्रिय से मिलन होगा, जिससे मन प्रफुल्लित होगा।

4- कोई व्याधि अथवा रोग होने की आशंका है, अत: कार्य अभी टाल देना ही ठीक रहेगा।

5- जो भी कार्य आपने सोचा है, उसमें आपको सफलता मिलेगी, निश्चिंत रहें।

6- कुछ दिन कार्य टाल दें। इसमें किसी से कलह अथवा कहासुनी हो सकती है, जिसके दूरगामी प्रभाव हो सकते हैं।

7- आपका अच्छा समय शुरू हो गया है। शीघ्र ही सुंदर एवं स्वस्थ पुत्र होने के योग हैं। इसके अतिरिक्त आपकी अन्य मनोकामनाएं भी पूर्ण होंगी।

8- विचार पूरी तरह त्याग दें। इस कार्य में मृत्यु तुल्य कष्ट की आशंका है। यहां तक कि मृत्यु भय भी है।

9- समाज अथवा सरकार की दृष्टि में सम्मान बढ़ेगा। आपका सोचा हुआ कार्य अच्छा है।

10- आपको अपेक्षित लाभ प्राप्त होगा, अत: कार्यारंभ कर सकते हैं।

11- आप जिस कार्य के बारे में सोच रहे हैं, उसमें हानि की आशंका है।

12- आपकी मनोकामना पूर्ण होगी। पुत्र से भी आपको विशेष लाभ मिलेगा।

13- शनिदेव की उपासना करें, कार्य में आ रही बाधाएं दूर होंगी।

14- आपका अच्छा समय शुरू हो गया है। चिंताएं मिटेंगी, सुख-संपत्ति प्राप्त होगी।

15- आर्थिक तंगी के कारण ही आपके घर में सुख-शांति नहीं है। एक माह बाद स्थितियां बदलने लगेंगी, धैर्य एवं संयम रखें।

नवदुर्गा प्रश्नावली चक्र समाप्त॥

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