नवनाथ महाराज आरती Navnath Maharaj Aarti In Marathi Hindi and English
Navnath Aarti In Hindi
जयदेव जयदेव जय नवनाथ | भक्त सिद्ध करते हैं || मिस्टर ||
मचिंद्र गोरख तैसे जलिंद्रनाथ | कनिफ गहिनीनाथ नागेश के साथ
चरपति भरतारी रेवणु के साथ नवनाथ नवनारायण अवतार संत ||1||
भक्ति शक्ति बोध वैराग्यहित | तपत्रय से हरिति समारा एकचिट्टा |
नमने चरित्र पठान दुरिटास का अंत | भक्त जनांसी तारी नवनाथ खाचित ||2||
इहपर साधु देता है समस्त नवनाथ | भूत समांध प्रीता कांद्रिति सत्य |
आप भक्तों का पहला संकल्प हैं कृपार्थ होता दावा सदानंद रूप ||3||
गरीब लोगों के लिए दुखद दिन सुख, धन और स्वतंत्रता दें
अब याद करो नित्य नवनाथ मुझे अपने चरणों में समर्पित कर दो, मामा मठ||4||
नवनाथ का आधार सकलाना अब आरती ओवलिता ने भवचिन्ता को खो दिया |
ब्रह्म सनातन शांति दे मम चित्त | शरण विनायक लोटांगन अब ||5||
Navnath Aarti In English
Jayadev jayadev jay navanaath | bhakt siddh karate hain || mistar ||
Machindr gorakh taise jalindranaath | kaniph gahineenaath naagesh ke saath
Charapati bharataaree revanu ke saath navanaath navanaaraayan avataar sant ||1||
Bhakti shakti bodh vairaagyahit | tapatray se hariti samaara ekachitta |
Namane charitr pathaan duritaas ka ant | bhakt janaansee taaree navanaath khaachit ||2||
Ihapar saadhu deta hai samast navanaath | bhoot samaandh preeta kaandriti saty |
Aap bhakton ka pahala sankalp hain krpaarth hota daava sadaanand roop ||3||
Gareeb logon ke lie dukhad din sukh, dhan aur svatantrata den
Ab yaad karo nity navanaath mujhe apane charanon mein samarpit kar do, maama math||4||
Navanaath ka aadhaar sakalaana ab aaratee ovalita ne bhavachinta ko kho diya |
Brahm sanaatan shaanti de mam chitt | sharan vinaayak lotaangan ab ||5||
Navnath Aarti In Marathi
जयदेव जयदेव जय नवनाथा | भक्तगण देवूनी सिद्ध करा || धृ ||
मच्छिंद्र गोरख तैसे जालींद्र्नाथ | कानिफ गहिनीनाथ नागेशासहित |
चर्पटि भर्तरी रेवण मिळूनी नवनाथ | नवनारायण अवतारा संत ||१||
भक्ती शक्ती बोध वैराग्यहित | तापत्रय ते हरिती स्मरा एकचित्त |
नमने चरित्र पठणे दुरितांचा अंत | भक्त जनांसी तारी नवनाथ खचित ||२||
इह्पर साधुनी देती समस्त नवनाथ | भूत समंधा प्रेता घालवीती सत्य |
भक्त जणांचे पूर्वा तुम्हीच संकल्प | कृपार्थ होता दावा सदानंद रूप ||३||
दु:खी दिन दरिद्री लोकांना तारा | देउनि सुख संपत्ती मुक्ती दोहि करा|
स्मरण करावे आता नित्य नवनाथा | शरणागत मी तुमच्या पायी मम माथा||४||
नवनाथची आधार सकलांचा आता | आरती ओवाळीता हरली भवचिंता |
ब्रम्ह सनातन शांती देई मम चित्ता | शरण विनायक लोटांगण आता ||५||