Kratva Nav drudh sankalpam
कृत्वा नव दृढ संकल्प वितरन्तो नव संदेशम घटयामो नव संघटनं रचयामो नवमितिहासम् || धृ ||नवमन्वन्तर शिल्पीन: राष्ट्रसमुन्नति कांक्षिण: | त्यागधन:...
कृत्वा नव दृढ संकल्प वितरन्तो नव संदेशम घटयामो नव संघटनं रचयामो नवमितिहासम् || धृ ||नवमन्वन्तर शिल्पीन: राष्ट्रसमुन्नति कांक्षिण: | त्यागधन:...
क्रांति पग बढ़ाये चल मार्ग है प्रशस्त युवा क्रान्ति पग बढाए चल क्रांति पग बढाए चल क्रांति पग बढाए चल...
कोटि स्वर वन्दन निरत ओ मुक्त माँ अभिमानिनी। कोटि कर जीवन कुसुम नैवेद्य से थाली संजोये कोटि कर अर्चन रहे...
कोटि शीर्ष जय कोटि नयन जय। कोटि बाहु जय कोटि चरण जय॥ एक विराट पुरुष तुम भारत प्रगटित कोटि-कोटि देहों...
कोटि मनांचा अमृत सागर आज गर्जतो घोष शुभंकर॥धृ॥ या घोषातुन आज प्रगटले स्वप्न सुमंगल ह्र्दयामधले पराक्रमाचे तेज उसळले चैतन्याने भरले...
कोटि-कोटि हिन्दू जन का, हम ज्वार उठाकर मानेंगे। कोटि-कोटि हिन्दू जन का, हम ज्वार उठाकर मानेंगे। सौगंध राम की खाते...
कितने ही युग से हे जननी कितने ही युग से हे जननी जग तेरे यश गाता। भगवति भारत माता॥ हिमाच्छन्न...
किस रज से बनते कर्मवीर होते ही क्या रक्तरंजित या वज्रपूर्ण उनके शरीर॥ नभ में घन गरजे घहर-घहर दामिनि बन...
केशव तुम्हें प्रणाम। यज्ञ हित समिधा तुम्हारी प्रेरणा उद्बोधकारी त्याग तप की वहिन धधकी स्वार्थ-तम को नष्ट करती ज्योति फैली...
కేల్మోడ్తుమో దేవ కేశవా పెను తుపానున దివురు మన దేశ నౌక కడలి తీరము చేర్చిన ఓ కర్ణ ధారీ నీ జీవితములోని క్షణక్షణము కణకణము నిజము...
ಕಟ್ಟಬನ್ನಿ ತರುಣರೆ ನವಭಾರತದೇಶವ ಸ್ವತ್ವ ಸ್ವಾಭಿಮಾನಭಾರಿತ ಶಕ್ತಿವಂತ ರಾಷ್ಟ್ರವ...ನವಭಾರತ ದೇಶವ || ||ಪ|| ಕಿತ್ತುಬಿಸುಟು ಸುತ್ತಲಿರುವ ವಿಷಮ ವಿಷದ ಕಳೆಯನು ಬಿತ್ತಿಬೆಳೆದು ತನ್ನತನದ ಹೊನ್ನಿನಂತ ಬೆಳೆಯನು ಚಿತ್ತದಲ್ಲಿ...
कार्य चालो पारखून पुन्हा पुन्हा बोल। होसी प्रभावी अमोल॥धृ॥ उग्र रानकांट्यांमजी फुलाने फुलावे डुलावे हसावे तेथे एकटे रहावे परी गंध...