कमलापत्यष्टक – Kamalapatyashtak ( भुजगतल्पगतं घनसुन्दरं गरुडवाहनमम्बुजलोचनम् )
श्रीमत्परमहंसस्वामिब्रह्मानन्द द्वारा विरचित श्रीकमलापत्यष्टक जरा, जन्म और मरणादि के भय को दूर करनेवाला और भगवान् विष्णु के परमधाम को प्राप्त...
श्रीमत्परमहंसस्वामिब्रह्मानन्द द्वारा विरचित श्रीकमलापत्यष्टक जरा, जन्म और मरणादि के भय को दूर करनेवाला और भगवान् विष्णु के परमधाम को प्राप्त...
इस परमेश्वरस्तुतिसारस्तोत्र का गुणगान करने से मनुष्य योगिजनों के प्राप्त होने योग्य परमगति को प्राप्त कर लेता है। || परमेश्वरस्तुतिसारस्तोत्रम्...
मान्यता है कि जो व्यक्ति प्रतिदिन प्रभु श्रीराम एवं माता सीता का विधि-विधान से पूजन करता है, उसे १६ महान...
श्रीजानकीजी के सहस्र (१०००) नाम श्रवणपूर्वक उनके अष्टोत्तरशत (१०८) नाम तथा द्वादश (१२) नामों या स्तोत्र को श्रवण करके श्रीमिथिलेशजी...
शिव अपराध क्षमापन स्तोत्र- अपराध का अर्थ है त्रुटि। क्षमा का अर्थ है किसी के द्वारा किये गये अपराध या...
श्रीमच्छङ्कराचार्यकृत इस स्तोत्र को श्रीलक्ष्मीनृसिंहस्तोत्र अथवा श्रीलक्ष्मीनृसिंहकरुणारस अथवा करावलम्बस्तोत्र भी कहा जाता है । इस स्तोत्र में भगवान् श्रीलक्ष्मीनृसिंह से...
शालिग्राम-पूजन विधि- शालिग्राम तथा प्रतिष्ठित मूर्तियों में आवाहन न करें, केवल पुष्प छोड़े। शालिग्राम-पूजन विधि आवाहन- ॐ सहस्रशीर्षा पुरुषः सहस्राक्षः...
श्रीमद्भागवत पूजन विधि- वक्ता प्रतिदिन सूर्योदय से पूर्व ही स्नानादि करके संक्षेप से सन्ध्या-वन्दनादि का नियम पूरा कर ले और...
जो मनुष्य पृथ्वीपति सूरि के बनाये हुए इस अद्भुत पशुपति-अष्टक का सदा पाठ और श्रवण करता है, वह शिवपुरी में...
मुण्डमालातन्त्र (रसिक मोहन विरचित द्वितीय पटल) पटल ८ में ध्यान, कुम्भक, प्राणायाम, कुल्लुका, सेतु के बिना, हस्त के बिना, हंस...
रुद्रयामल तंत्र पटल १५ में आज्ञाचक्र का ही विस्तार से माहात्म्य वर्णित है ब्रह्मस्तोत्र, ब्रह्मविद्या, ब्रह्मज्ञानी के लक्षण, ब्रह्ममार्गस्थो का...
देव्या आरात्रिकम् – देवि की आरती है जिसमें देवी से प्रार्थना की गई है कि हे मनोहर रूपवाली देवि माँ!...