Saundarya Lahari In Hindi PDF Free Download || सौंदर्य लहरी हिंदी में पीडीएफ मुफ्त डाउनलोड
सौंदर्य लहरी (संस्कृत: सौन्दरयलहरी) जिसका अर्थ है “सौंदर्य की लहरें” ऋषि आदि शंकर द्वारा लिखित संस्कृत में एक प्रसिद्ध साहित्यिक कृति है। कुछ लोगों का मानना है कि पहला भाग “आनंद लहरी” मेरु पर्वत पर स्वयं गणेश (या पुष्पदंत द्वारा) द्वारा उकेरा गया था। शंकर के शिक्षक गोविंद भगवदपाद के शिक्षक ऋषि गौड़पाद ने पुष्पदंत के लेखन को याद किया जिसे आदि शंकराचार्य तक ले जाया गया था। इसके एक सौ तीन श्लोक (छंद) शिव की पत्नी देवी पार्वती / दक्षिणायनी की सुंदरता, कृपा और उदारता की प्रशंसा करते हैं। डब्ल्यू नॉर्मन ब्राउन ने इसका अंग्रेजी में अनुवाद किया जो 1958 में हार्वर्ड ओरिएंटल सीरीज के वॉल्यूम 43 के रूप में प्रकाशित हुआ था……
The Saundarya Lahari (Sanskrit: सौन्दर्यलहरी) meaning “The waves of Beauty” is a famous literary work in Sanskrit written by sage Adi Shankara. Some believe the first part “Ananda Lahari” was etched on mount Meru by Ganesha himself (or by Pushpadanta). Sage Gaudapada, the teacher of Shankar’s teacher Govinda Bhagavadpada, memorized the writings of Pushpadanta which was carried down to Adi Shankara. Its hundred and three shlokas (verses) praise the beauty, grace, and munificence of Goddess Parvati / Dakshayani, consort of Shiva. W. Norman Brown translated it to English which was published as volume 43 of the Harvard Oriental Series in 1958…………