शांति कीजिये प्रभु त्रिभुवन में Lyrics, Shanti Keejiye Prabhu Tribhuvan mein शांति गीत , रात्रि प्रार्थना

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शान्ति गीत –
ओ३म् द्यौः शान्तिरन्तरिक्षं शान्तिः पृथिवी
शान्तिरापः शान्तिरोषधयः शान्तिः ।

इत्यादि मन्त्र का हिन्दी रूपान्तर ( शान्ति – गीत )

शान्ति कीजिये प्रभु त्रिभुवन में !
शान्ति कीजिये प्रभु त्रिभुवन में !

जल में थल में और गगन में , अन्तरिक्ष में अग्नि पवन में ।
औषधि वनस्पति वन उपवन में , सकल विश्व में जड़ चेतन में । ।
शान्ति कीजिये प्रभु त्रिभुवन में ।

शान्ति कीजिये प्रभु त्रिभुवन में !
शान्ति कीजिये प्रभु त्रिभुवन में !

शान्ति राष्ट्र निर्माण सृजन में , नगर ग्राम में और भवन में ।
जीव मात्र के तन में मन में , और जगति के हो कण – कण में ।

शान्ति कीजिये प्रभु त्रिभुवन में ॥
शान्ति कीजिये प्रभु त्रिभुवन में !

मंत्र: ॐ सर्वे भवन्तु सुखिनः ( Om Sarve Bhavantu Sukhinaha )

ॐ सर्वे भवन्तु सुखिनः सर्वे सन्तु निरामयाः।
सर्वे भद्राणि पश्यन्तु मा कश्चित् दुःख भाग्भवेत्॥
ॐ शान्तिः शान्तिः शान्तिः॥

1 thought on “शांति कीजिये प्रभु त्रिभुवन में Lyrics, Shanti Keejiye Prabhu Tribhuvan mein शांति गीत , रात्रि प्रार्थना

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