Dulha Bankar Ke Shankar Chale Jis Ghadi Bhajan Lyrics | दूल्हा बनकर के शंकर चले जिस घड़ी भजन लिरिक्स
दूल्हा बनकर के, शंकर चले जिस घड़ी, घर हिमाचल के, आना गजब हो गया, क्या अजब शान थी, क्या गजब...
दूल्हा बनकर के, शंकर चले जिस घड़ी, घर हिमाचल के, आना गजब हो गया, क्या अजब शान थी, क्या गजब...
शिव सन्यासी से मरघट वासी से, मैया करूँगी मैं तो ब्याह, मैं शिव को ध्याऊँगी, उन्ही को पाऊँगी । शिव...
मैंने ढोलक मंगाई भोले के लिए वो तो डमरू से प्यार कर बैठे वो तो गोरा से प्यार कर बैठे...
धन धन भोलेनाथ बॉंट दिये, तीन लोक इक पल भर में । ऐसे दीनदयाल मेरे दाता, भरे खजाना पल भर...
शिव की बारात आई है, शिव की बारात आयी है, रात आई है, लेके सौगात आई है, शिव की बारात...
चली चली हो शिव की बारात चली रे, गौरा मैया से होने मुलाकात चली रे, हो चली चली रे शिव...
शिवरात्रि की महिमा अपार पूजा शिव की करो तीनो लोक ही जिसको पूजे सच्चे मन से मिलके सारे शिव का...