Krishna Bhajan

तुम बिन पाऊं कैसे चैन,तरसूं तुम्ही को दिन रैन- manmohna tum bin paaun kaise chain tarsu tumhi ko din rain

मनमोहना....मनमोहना... कान्हा सुनो ना... तुम बिन पाऊं कैसे चैन... तरसूं तुम्ही को दिन रेन.. छोड़ के अपने काशी- मथुरा आके...