Lukh Chhip Aap Kathe Jasyo Lyrics || लुक छिप आप कठै जास्यो लिरिक्स
म्हें तो ढूंढ्यो जग सारो, थां स्यूं कोई नहीं न्यारो, देख्यो थां रो ही उणियारो, अब तो मोर मुकुट सिर...
म्हें तो ढूंढ्यो जग सारो, थां स्यूं कोई नहीं न्यारो, देख्यो थां रो ही उणियारो, अब तो मोर मुकुट सिर...
जब कभी उलझन में हुआ उदास, जिया मेरा सांवरिया बहलाय, इसको पुकार के बैठूं जब हार के, दौड़ा दौड़ा आये...
ढूंढ्यो सारो म्हे संसार, थांसों दूजो ना सरकार, सै की बिगड़ी बनाओ, थे ऐसा कारीग़र। ढूंढ्यो सारो म्हे संसार.......। समझ...