मैं घमंडों में भरा ऐंठा हुआ – एक तिनका – अयोध्या सिंह उपाध्याय ‘हरिऔध’
मैं घमंडों में भरा ऐंठा हुआ एक दिन जब था मुँडेरे पर खड़ा आ अचानक दूर से उड़ता हुआ एक...
मैं घमंडों में भरा ऐंठा हुआ एक दिन जब था मुँडेरे पर खड़ा आ अचानक दूर से उड़ता हुआ एक...
देखो कोयल काली है पर मीठी है इसकी बोली इसने ही तो कूक–कूक कर आमों में मिसरी घोली कोयल कोयल...
कौन सिखाता है चिडियों को चीं–चीं चीं–चीं करना? कौन सिखाता फुदक–फुदक कर उनको चलना फिरना? कौन सिखाता फुर से उड़ना...
चूहे राज क्रिकेट टीम के चुने गए कप्तान अपनी बल्लेबाजी का था उनको बहुत गुमान पैड बांध दस्ताना पहने हेलमैट...
नाव चली नानी की नाव चली नीना के नानी की नाव चली लम्बे सफ़र पेसामान घर से निकाले गये नानी...
गीतों का सम्मेलन होगा, तुम सबको यह बात बतानी, अकड़–अकड़ कर मेंढक बोले, तुम भी चलना कोयल रानी। मीकू बंदर,...
विजयी विश्व तिरंगा प्यारा झंडा ऊँचा रहे हमारा सदा शक्ति बरसाने वाला प्रेम–सुधा सरसाने वाला वीरों को हर्षाने वाला मातृभूमि...
अभी अभी थी धूप, बरसने, लगा कहाँ से यह पानी। किसने फोड़ घड़े बादल के, की है इतनी शैतानी॥ सूरज...
चारु चंद्र की चंचल किरणें, खेल रहीं हैं जल थल में, स्वच्छ चाँदनी बिछी हुई है अवनि और अम्बरतल में।...
फूल से बोली कली‚ क्यों व्यस्त मुरझाने में है फायदा क्या गंध औ’ मकरंद बिखराने में है तू स्वयं को...
छोड़ घोंसला बाहर आया‚ देखी डालें‚ देखे पात‚ और सुनी जो पत्ते हिलमिल‚ करते हैं आपस में बात; माँँ‚ क्या...
इतिहास परीक्षा थी उस दिन‚ चिंता से हृदय धड़कता था, थे बुरे शकुन घर से चलते ही‚ बाँया हाथ फड़कता...