Aaj Shukrawar Hai Maa Ambe Ka Vaar Hai Lyrics || आज शुक्रवार है माँ अम्बे का वार है लिरिक्स
आज शुक्रवार है माँ अम्बे का वार है, ये सच्चा दरबार है लाल चुनर ओढे है मैया सिंह पे असवार...
आज शुक्रवार है माँ अम्बे का वार है, ये सच्चा दरबार है लाल चुनर ओढे है मैया सिंह पे असवार...
मैया ईब के दर तेरे आउ मेरे समाने आ जाइये, मने चरना में बिठला के इक फोटो खिचवा दाइये मैया...
तकदीर वाले है जो माँ की करे भगति भगवान् मिल जाते मैया नहीं मिलती तकदीर है वाले है जो माँ...
जिन्ना तेरे जागेया च मैं जागेया चन्न कोलो पूछ लै तारेया तो पूछ लै जिन्ना मैं दीवाना माए तेरे नाम...
पंखिड़ा ओ पंखिड़ा पंखिड़ा ओ पंखिड़ा पंखिड़ा तु उड़ ने जाना पावागढ़ रे महाकाली से मिलके कहना गरबा खेलेंगे म्हारी...
शेरावाली जय हो तेरी जोतावाली जय हो तेरी लाटावाली जय हो तेरी जय हो तेरी जय मेरी चूड़ी अमर कर...
भेजा है बुलावा, तूने शेरा वालिए ओ मैया तेरे दरबार में हां तेरे दीदार की मैं आऊंगा कभी न फिर...
सावन की रुत है आजा माँ हम झूला तुझे झुलायेगे फूलो से सजायेंगे तुझको मेहँदी हाथो में लगाएंगे कोई भेट...
चलो भगतो मेरे संग चलो दरबार चलो दरबार चलो दरबार चलो दरबार चलो इक बार चलो करने माँ के दीदार...
है तीनो लोको में हो रही माँ की जय जय कार माँ हर इक मन में बस्ती है भगतो पे...
चलो भगतो मेरे संग चलो दरबार चलो दरबार चलो दरबार चलो दरबार चलो इक बार चलो करने माँ के दीदार...
मेरा दिल तडपता रेह गया निगहे कर्म की करदो प्रेम प्रशाद तुम करदों आंसुओ की बरसात है मीठी मीठी प्यास...