श्रीराम उत्तर तापिनी उपनिषद् Shri Ram Uttar Tapini Upanishad
श्रीराम उत्तर तापिनी उपनिषद् के इस अंतिम भाग में श्रीराम महामन्त्र का सविस्तार वर्णन है। || श्रीराम उत्तरतापिनी उपनिषद् ||...
श्रीराम उत्तर तापिनी उपनिषद् के इस अंतिम भाग में श्रीराम महामन्त्र का सविस्तार वर्णन है। || श्रीराम उत्तरतापिनी उपनिषद् ||...
इससे पूर्व आपने श्रीराधा सप्तशती अध्याय ३में गहवर वन की गम्भीरता को पढ़ा, अब उससे आगे अध्याय ४ में श्रीराधा...
शाबरी विद्या बहुत ही प्रभावी और अनुभव सिद्ध है तथा इस ग्रन्थ को लिखने में श्रीमच्छिंद्र, गोरक्ष और भी नवनाथों...
जो लोग ब्रह्मानन्द के कहे हुए इस दीनबन्ध्वष्टक नामक पवित्र स्तोत्र का नित्य पाठ करते हैं उनके ऊपर दीनबन्धु भगवान्...
श्रीमत्परमहंसस्वामिब्रह्मानन्द द्वारा विरचित श्रीकमलापत्यष्टक जरा, जन्म और मरणादि के भय को दूर करनेवाला और भगवान् विष्णु के परमधाम को प्राप्त...
श्रीजानकीजी के सहस्र (१०००) नाम श्रवणपूर्वक उनके अष्टोत्तरशत (१०८) नाम तथा द्वादश (१२) नामों या स्तोत्र को श्रवण करके श्रीमिथिलेशजी...
देव्या आरात्रिकम् – देवि की आरती है जिसमें देवी से प्रार्थना की गई है कि हे मनोहर रूपवाली देवि माँ!...
भगवान् राम और माता सीता के इस श्रीसीतारामाष्टक का जो पाठ करता है उनके सारे अनिष्टों का नाश हो जाता...
जो पुरुष इस रामाष्टक को एकाग्रचित्त से निरन्तर पढ़ता है, उसे किसी भी प्रकार का कोई भय नहीं होता है।...
जो मनुष्य यामुनाचार्य के द्वारा रचित इस दिव्य तथा कल्याणदायक श्रीरामप्रेमाष्टक-स्तोत्र का शुद्धभाव से पाठ करता है, भगवान् श्रीरामचन्द्रजी उसके...
जो मनुष्य प्रातःकाल श्रद्धा-भक्ति सहित कवि अमरदासकृत इस सुन्दर श्रीरामचन्द्राष्टक का पाठ करता है, उनके सारे भय दूर हो जाता...
नित्य प्रातःकाल इस मंगलम् स्तोत्र का पाठ करने से सदा मंगल अर्थात् शुभ फल की प्राप्ति होता है । ||...