श्रीसुदर्शन शतक || Sri Sudarshan-shatak
श्रीक्रूरनारायण मुनि से प्रणीत इस सुदर्शन शतक नामक स्तोत्र का जो पाठ करते हैं वे इस लोक के समस्त सुखों...
श्रीक्रूरनारायण मुनि से प्रणीत इस सुदर्शन शतक नामक स्तोत्र का जो पाठ करते हैं वे इस लोक के समस्त सुखों...
राजा युधिष्ठिर तथा भाइयों ने जरासंध आदि का वध करके मुनिवरों तथा श्रेष्ठ नरेशों के साथ मनोवाञ्छित राजसूय यज्ञ कराया,...
भगवान् श्रीकृष्ण के अनंत नाम है। जिसके पठन व श्रवणमात्र से सारे पाप दूर हो जाता है और मनोवांक्षित की...
श्रीकृष्ण कवच, जिसे पूर्वकाल में श्रीविष्णु के नाभिकमल पर विराजमान ब्रह्मा जी को भगवती योगमाया ने दिया था। उस समय...
जो मनुष्य मन को पूर्णतया एकाग्र करके भारतवर्ष में इस पार्वतीकृत स्तोत्र को सुनता है, उसे निश्चय ही विष्णु के...
श्रीकृष्ण स्तुति श्रीराधाकृत- एक समय परमेश्वरी श्रीराधा ने सुशीला गोपी को गोलोक से निकाल दिया, जिससे रुष्ट होकर श्रीकृष्ण वहाँ...
भगवान यमराज को समर्पित यह यमाष्टक सम्पूर्ण मनोरथ पूर्ण करानेवाला और भगवान विष्णु की भक्ति बढ़ानेवाला है। || यमाष्टक ||...
श्रीहरि ने प्रसन्न होकर इन्द्र को यह लक्ष्मी कवच दिया था, जो कि ब्रह्म वैवर्त पुराण गणपतिखण्ड अध्याय 22 में...
मारुती स्तोत्र हनुमान जी का आशीर्वाद पाने का सबसे सफल और सिद्ध मन्त्र है। मारुती स्तोत्र के जाप से हनुमानजी...
सूर्यकवच - सूर्य एक पॉपुलेशन I या भारी तत्व युक्त सितारा है। सूर्य का यह गठन एक या एक से...
इससे पूर्व आपने माँ भद्रकाली की प्रसन्नता,नित्य कल्याण लाभार्थ व माँ का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए श्री भद्रकालीमन्त्रनामसहस्रनामस्तोत्रम् पढ़ा...
|| ध्यानम || ध्यायेन्नित्यं महेशं रजतगिरिनिभं चारुचन्द्रावतंसं रत्नाकल्पोज्ज्वलाण्गं परशुमृगवराभीतिहस्तं प्रसन्नम.ह . पद्मासीनं समन्तात्स्तुतममरगणैर्व्याघ्रकृत्तिं वसानं विश्वाद्यं विश्वबीजं निखिलभयहरं पञ्चवक्त्रं त्रिनेत्रम.ह .....