Mantra

दीनबन्ध्वष्टक – Dinabandhvashtak ( यस्मादिदं जगदुदेति चतुर्मुखाद्यं यस्मिन्नवस्थितमशेषमशेषमूले )

जो लोग ब्रह्मानन्द के कहे हुए इस दीनबन्ध्वष्टक नामक पवित्र स्तोत्र का नित्य पाठ करते हैं उनके ऊपर दीनबन्धु भगवान्...

कमलापत्यष्टक – Kamalapatyashtak ( भुजगतल्पगतं घनसुन्दरं गरुडवाहनमम्बुजलोचनम् )

श्रीमत्परमहंसस्वामिब्रह्मानन्द द्वारा विरचित श्रीकमलापत्यष्टक जरा, जन्म और मरणादि के भय को दूर करनेवाला और भगवान् विष्णु के परमधाम को प्राप्त...

श्री राम प्रेमाष्टक – Shri Ram Premashtak

जो मनुष्य यामुनाचार्य के द्वारा रचित इस दिव्य तथा कल्याणदायक श्रीरामप्रेमाष्टक-स्तोत्र का शुद्धभाव से पाठ करता है, भगवान् श्रीरामचन्द्रजी उसके...