किरातार्जुनीयम् द्वितीय सर्गः || Kiratarjuniyam Dvitiya Sarg
किरातार्जुनीयम् द्वितीय सर्ग - किरातार्जुनीयम् के पहले सर्ग में द्रौपदी और दूसरे में भीम द्वारा युधिष्ठिर को दुर्योधन के विरुद्ध...
किरातार्जुनीयम् द्वितीय सर्ग - किरातार्जुनीयम् के पहले सर्ग में द्रौपदी और दूसरे में भीम द्वारा युधिष्ठिर को दुर्योधन के विरुद्ध...
गरुडपुराण-सारोद्धार (प्रेतकल्प) में आपने इससे पूर्व में गरुडपुराण सारोद्धार अध्याय ५ को पढ़ा। अब आगे इस गंथ के मूल पाठ...
इन्द्रउवाच नमस्तेऽस्तु महामाये श्री पीठे सुरपूजिते | शंखचक्रगदाहस्ते महालक्ष्मी नमोस्तु ते || १ || नमस्ते गरुडारूढे कोलासुरभयङ्करि | सर्वपापहरेदेवि महालक्ष्मी...
अथर्ववेद में श्रीदेव्यथर्वशीर्षम् devi atharva shirsham पाठ का विशेष महत्व बतलाया गया है। इसके नित्यप्रति पाठ करने से भगवती की...
ॐ नमः शिवाय इस सृष्टि का पहला शब्द और पहला मंत्र है। कहा जाता है कि जिसके मन में ॐ...
॥ शिवपञ्चाक्षरस्तोत्रम् ॥ नागेन्द्रहाराय त्रिलोचनाय भस्माङ्गरागाय महेश्वराय। नित्याय शुद्धाय दिगम्बराय तस्मै ‘न’ काराय नमः शिवाय॥१॥ मन्दाकिनीसलिलचन्दनचर्चिताय नन्दीश्वरप्रमथनाथमहेश्वराय। मन्दारपुष्पबहुपुष्पसुपूजिताय तस्मै ‘म’...
मार्कण्डेय कृत गुप्त नवरात्री में करे गुप्त सप्तशती का पाठ दुर्गा सप्तशती के पाठ से जो फल प्राप्त होता है...
सङ्ग्राम विजय विद्या भगवान् शिव ने कहा माँ पार्वती को यह विद्या बताई थी बहुत चमत्कारिक और अद्भुत विद्या है...
तीनो लोको में विजय दिलाती है यह विद्या कोई भी असंभव कार्य को संभव बनाने वाली विद्या जो अग्निपुराण में...
होली को जलाने के बाद बोले यह स्तोत्र होली कितनी परिक्रमा करनी चाहिये ? होली जलाते समय या होली जलाने...
इससे पूर्व आपने श्रीसुदर्शनसंहिता से लिया गया श्रीहनुमत्कवचम्, श्रीमद आनन्दरामायणान्तर्गत श्रीहनुमत्कवचम् तथा नारद पुराण में श्रीमारुतिकवच का उल्लेख है पढ़ा...
कवच अर्थात शरीर रक्षा के लिए पहना जाने वाला अस्त्र,यंत्र या वस्त्र या सुरक्षा आवरण । पहले समय में देव,...