Yahi Kismat Banata Hai Lyrics || यही किस्मत बनाता है लिरिक्स
श्याम की किरपा मिली तो, श्याम का कर शुक्रिया,
दर बदर क्यु फिरता है,
मिला है हमसफ़र ऐसा, तु क्यु ना प्यार करता है,
यही किस्मत बनाता है, यही दर पर बुलाता है
श्याम ने गर, बुलाया है, बडी किस्मत की बात है,
समझ लेना तेरे सर पे श्याम के दोनों हाथ है,
श्याम को तुम पे आया, बहुत प्यार है
श्याम दर पे बुलाता है तुमको तभी,
तेरी आवाज दिल की सुनाई है दी,
हरने संकट का तेरे समय आ गया,
होगे अरमान दिल के भी पुरे सभी,
मांग लो आज बाबा भी तैयार है
श्याम ने गर….
इसकी मर्जी बिना पत्ता हिलता नही,
श्याम किरपा बिना दर ये मिलता नही,
आये हो दर पे कर लो जरा गुफ्तगु,
हर किसी का नसीबा युं खिलता नही,
खुशनसीबो को मिलता ये दरबार है।
श्याम ने गर …….
बन सुदामा तु गर दर पे आ जायेगा ,
तेरी किस्मत का लेखा संवर जायेगा,
रुबरु आ गले से लगा लेगा ये,
हमसफ़र श्याम सा तुझको मिल जायेगा,
‘बिट्टु’ को श्याम पर ही तो ऐतबार है।
श्याम ने गर ……