पर्वत पे एक गुफा सुहानी लिरिक्स / Parwat Pe Ek Gufa Suhani Lyrics
पर्वत पे एक गुफ़ा सुहानी, पर्वत पे इक गुफा सुहानी, पिंडी रूप में, पिंडी रूप में जहाँ, बसे भवानी, पर्वत...
पर्वत पे एक गुफ़ा सुहानी, पर्वत पे इक गुफा सुहानी, पिंडी रूप में, पिंडी रूप में जहाँ, बसे भवानी, पर्वत...
आये दर पे, तेरे पुजारी, मेरी माँ, पूरी कर दो हमारी मुरादें, लेके शृद्धा शीश झुकाएं, तेरे द्वार, पूरी कर...
मैं बेटा तू माता, हमारा जन्म जन्म का साथ, मईया जी मेरी, लाज तुम्हारे हाथ, मईया जी मेरी, लाज तुम्हारे...
मै हूँ बेटी तू है माता, ये है जनम-जनम का नाता । मै हूँ बेटी तू है माता, ये है...
कब से बुलाऊँ मेरे घर आओ माँ अब तो पहाड़ो से उतर आओ माँ कब से बुलाऊँ मेरे घर आओ...
तू कितनी अच्ची है, तू कितनी भोली है, प्यारी प्यारी है, ओ माँ, ओ माँ, ओ माँ, ओ माँ ।...
तेरा दर तो हकीकत में, दुखियों का सहारा है, सच कहता हूँ माँ मेरी, तेरे दर से गुजारा है।। बिगड़ी...
अम्बा माई उतरी है बाग में हो मां – 4 मैया अम्बा माई उतरी है बाग में हो मां –...
ऊँचा है भवन ऊँचा मंदिर ऊँची है शान मैया तेरी चरणों में झुके बादल भी तेरे पर्वत पे लगे शैया...
ज्योत से ज्योत जगाते चलो, प्रेम की गंगा बहाते चलो राह में आए जो दीन दुखी, सबको गले से लगाते...
नंगे नंगे पाँव चल आगया री माँ, इक तेरा पुजारी ॥ तेरा पुजारी मैया, तेरा पुजारी, नंगे नंगे पाँव चल...
मन की मुरादें पूरी कर माँ दर्शन करने को मैं तो आऊंगी दर्शन करने को मैं तो आऊंगी तेरा दीदार...