Stories

जन्माष्टमी कथा: कान्हा की भक्ति में सराबोर होने का अवसर है श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पर्व

इस साल 6 सिंतबर 2023 को देशभर में बड़े धूमधाम से कृष्ण जन्मोत्सव मनाया जाएगा। जन्माष्टमी के दिन कान्हा के...

सीता के जन्म से जुडी रामायण की अनकही पौराणिक कथा हिंदी में : Sita ke Janm se Judi Ramayan ki Ankahi Pauranik Katha Hindi mei

अयोनिजा सीता, राजा जनक की पुत्री एवं मर्यादा पुरुषोत्तम राम की भार्या हैं. अयोनिज उसे कहा जाता है जो किसी...

परशुराम का वंश और कैसे ब्राह्माण से क्षत्रिय बनकर परशु उठाया, Parshuram’s lineage and how he became a Kshatriya from a Brahmin and took up Parashu

भगवान श्री नारायण के अवतारों में छठवां अवतार श्री परशुराम जी का माना जाता है जिनका जन्म वैशाख मास के...

कृष्ण कथा – कृष्ण एक ऐतिहासिक पुरुष या भगवान कौन हैं ? Krishna’s Story, Krishna Katha – Who is Krishna a Historical Person or God?

कृष्ण या Krisna कौन है? कृष्ण क्यूँ जन्म (Birth) लेते हैं? कृष की लीलाएं (krishna’s Leela) कहानियाँ  (Krishna’s story) और...

हिंदी पौराणिक शिव कथा -पञ्च तत्त्व, पञ्च मुख और पंचाक्षर का क्या है सम्बन्ध शिव से जानिये,

पौराणिक हिंदी शिव कथा -महादेव के क्यों है पांच मुख . कैसे हुआ ओंकार यानि ॐ की उत्पत्ति और क्या...

आध्यत्मिक काशी का महत्व. शिव के चन्द्र, त्रिशूल और भष्म का महत्व, Importance of spiritual Kashi. Significance of Shiva’s Chandra, Trishul and Bhasma,

आध्यत्मिक काशी (Kashi) का महत्व. शिव ( shiva ) के चन्द्र , त्रिशूल और भष्म का महत्व. ॐ शर्वाय क्षितिमूर्तये...

ब्रह्म हत्या दोष क्या है ? ब्रह्मा का कटा शीश कैसे चिपक गया महादेव के भैरव अवतार से जानिए हिंदी पौराणिक कथा में ?

ब्रह्मा के झूठ कहने पर जब महादेव के भैरव अवतार ने  ब्रह्मा का शीश काटा तो वो भैरव की हथेली...

विवाह के प्रकार | विवाह कितने प्रकार के होते हैं? | Vivah Kitne Prakar Ke Hote Hain

शास्त्रों के अनुसार विवाह आठ प्रकार के होते हैं। विवाह के ये प्रकार हैं- ब्रह्म, दैव, आर्श, प्राजापत्य, असुर, गन्धर्व,...

Vat Savitri Vrat 2023: वट सावित्री व्रत के दिन जरूर पढ़ें ये कथा, अखंड सौभाग्य की होगी प्राप्ति

सुहागिन महिलाएं वट सावित्री व्रत रखेंगी और विधि-विधान से बरगद के पेड़ की पूजा करेंगी। इस दिन सुहागिन महिलाएं अपने...

अधिकमास की परमा एकादशी और पद्मिनी एकादशी व्रत की पौराणिक कथा – Parma and Padmini Ekadashi Vrat Katha

प्रत्येक 3 वर्ष के बाद अधिकमास रहता है, जिसे पुरुषोत्तम मास भी कहते हैं। यूं तो वर्ष में 24 एकादशियां...