ऋणहर्ता गणेश स्तोत्र: कर्ज से मुक्ति के लिए पढ़े भगवान गणेश का यह स्तोत्र
ध्यान ओम सिन्दूर-वर्णं द्वि-भुजं गणेशं लम्बोदरं पद्म-दले निविष्टम्। ब्रह्मादि-देवैः परि-सेव्यमानं सिद्धैर्युतं तं प्रणामि देवम्।। मूल-पाठ सृष्ट्यादौ ब्रह्मणा सम्यक् पूजित: फल-सिद्धए।...