Vishwambhari Stuti Lyrics In Hindi || विश्वम्भरी स्तुति लिरिक्स
विश्वंभरी अखिल विश्व तनी जनेता, विद्या धरी वदनमा वसजो विधाता, दुर्बुद्धिने दूर करी सदबुद्धि आपो, माम पाहि ओम भगवती भव...
विश्वंभरी अखिल विश्व तनी जनेता, विद्या धरी वदनमा वसजो विधाता, दुर्बुद्धिने दूर करी सदबुद्धि आपो, माम पाहि ओम भगवती भव...