कछुआ जल का राजा है – राजीव कृष्ण सक्सेना
कछुआ जल का राजा है,
कितना मोटा ताजा है।
हाथ लगाओ कूदेगा,
बाहर निकालो ऊबेगा।
सबको डांट लगाएगा,
घर का काम कराएगा।
बच्चों के संग खेलेगा,
पूरी मोटी बेलेगा।
चाट पापड़ी खाएगा,
ऊंचे सुर में गाएगा।
कछुआ जल का राजा है,
कितना मोटा ताजा है।
हाथ लगाओ कूदेगा,
बाहर निकालो ऊबेगा।
सबको डांट लगाएगा,
घर का काम कराएगा।
बच्चों के संग खेलेगा,
पूरी मोटी बेलेगा।
चाट पापड़ी खाएगा,
ऊंचे सुर में गाएगा।