Chori Makhan Ki De Chhod Kanhaiya Lyrics | चोरी माखन की दे छोड़ कन्हैया लिरिक्स
चोरी माखन की दे छोड़ कन्हीया मैं समझाऊँ तोय,
एक लाख गैया नन्द बाबा की नित नित माखन होय ।
बड़ो नाम है नन्द बाबा का हंसी हमारी होय ।।
चोरी माखन की दे छोड़ कन्हीया मैं समझाऊँ तोय ।।
बरसाने से तेरी आई रे सगाई रोज बतक्नी होए ।
बड़े घरन की राधा पबेटी ना ही बनेगी तोय ।।
चोरी माखन की दे छोड़ कन्हीया मैं समझाऊँ तोय ।।
चाहे माता मोहे मारो पीटो चाहे धमकाओ मोय ।
चोरी की मोहे आदत पड़ी है शादी होय न होय ।।
चोरी माखन की दे छोड़ कन्हीया मैं समझाऊँ तोय ।।
ले लठियां यशोदा दोडी कान्हा मारण तोहे ।
सूरदास सलोनी सूरत दिए नैन भर आये ।।
चोरी माखन की दे छोड़ कन्हीया मैं समझाऊँ तोय ।।