कालिका पुराण अध्याय ३५ – Kalika Puran Adhyay 35
कालिका पुराण अध्याय ३५ में शरभ का काया त्याग और भैरव के रूप का वर्णन है। कालिकापुराणम् पञ्चत्रिंशोऽध्यायः शरभकायत्यागः अथ...
कालिका पुराण अध्याय ३५ में शरभ का काया त्याग और भैरव के रूप का वर्णन है। कालिकापुराणम् पञ्चत्रिंशोऽध्यायः शरभकायत्यागः अथ...
अग्निपुराण अध्याय ६० वासुदेव आदि देवताओं के स्थापन की साधारण विधि का वर्णन है। अग्निपुराणम् अध्यायः ६० - वासुदेवप्रतिष्ठादिविधिः भगवानुवाच...
अग्निपुराण अध्याय ५९ अधिवास-विधि का वर्णन है। अग्निपुराणम् अध्यायः ५९ - अधिवासकथनम् भगवानुवाच हरेः सान्निध्यकरणमधिवासनमुच्यते। सर्व्वज्ञं सर्वगं ध्यात्वा आत्मानं पुरुषोत्तमम्...
अग्निपुराण अध्याय ५८ भगवद्विग्रह को स्नान और शयन कराने की विधि का वर्णन है। अग्निपुराणम् अध्यायः ५८ - स्नानादिविधिः भगवानुवाच...
अग्निपुराण अध्याय ५७ कलशाधिवास की विधि का वर्णन है। अग्निपुराणम् अध्यायः ५७, कुम्भाधिवासविधिः भगवानुवाच भूमेः परिग्रहं कुर्य्यात् क्षिपेद् व्रीहींश्च सर्षपान्।...
अग्निपुराण अध्याय ५६ प्रतिष्ठा के अङ्गभूत मण्डप निर्माण, तोरण-स्तम्भ, कलश एवं ध्वज के स्थापन तथा दस दिक्पाल याग का वर्णन...
साधकों के लाभार्थ यहाँ चारों वेदों में से कुछ मन्त्र वैदिक मन्त्रसुधा अंतर्गत दिया जा रहा है- ऋग्वेदीय मन्त्रसुधा ॐ...
वैदिक दीक्षान्त उपदेश यह तैत्तरीय उपनिषद् का हिस्सा है और इसमें आचार्य अपने शिष्य को निम्न उपदेश करते हैं- वैदिक दीक्षान्त...
कालिका पुराण अध्याय ३४ में पुन: सृष्टि का वर्णन है। कालिका पुराण अध्याय ३४ - कालिकापुराणम् चतुस्त्रिंशोऽध्यायः पुनसृष्टिवर्णनम् अथ श्रीकालिका...
कालिका पुराण अध्याय ३३ में मत्स्य रूप कथन और कपिल अवतार आख्यान का वर्णन है। कालिका पुराण अध्याय ३३ ...
कालिका पुराण अध्याय ३२ में श्री वाराह यज्ञोत्पत्ति वर्णन है। कालिका पुराण अध्याय ३२ ऋषियों ने कहा- यज्ञ वाराह...
भगवान् नारायण के मत्स्य के स्वरूप की जो भक्त भक्ति भावना से पूजा और इस स्तुति का पाठ करता है...