idhar aphasaree, udhar taskaree, aamadanee hai doharee-teharee || इधर अफसरी, उधर तस्करी, आमदनी है दोहरी-तेहरी
एक से बढ़िके एक मक्कार,
का करिहैं मोदी सरकार ?
इधर अफसरी, उधर तस्करी,
आमदनी है दोहरी-तेहरी ।
शिक्षा, स्वास्थ्य महकमा चाहे,
पुलिस, प्रशासन, कोट कचहरी ।
हर विभाग में भ्रष्टाचार,
का करिहैं मोदी सरकार ।।
गुरूजनों पर अतिशय भार,
बेसिक शिक्षा हुई बेकार ।
शिक्षण छोड़ भवन निर्माण,
टीचर बन गए ठेकेदार ।
कक्षा में लड़के लाचार,
का करिहैं मोदी सरकार ।।
कहीं बुखारी, कहीं ओवैसी,
करैं देश की ऐसी-तैसी ।
देशभक्ति कै ढोंग रचावैं,
पाकिस्तानी ढोल बजावैं ।
जब घर ही में हैं गद्दार,
का करिहैं मोदी सरकार ।।
गली, सड़क की हुई सफाई,
मन का मैल मिटै ना भाई ।
महिलाओं पर अत्याचार,
रेप, छेड़खानी, अउर व्यभिचार ।
होइगै नैतिकता बीमार,
का करिहैं मोदी सरकार ।।
मोदी करैं विकास कै बात,
मेहनत करैं बहुत दिन -रात ।
लेकिन जाति -धर्म को लेकर,
घर कै लोग लगावैं घात ।
जब अपनें फूंकै घर – बार,
का करिहैं मोदी सरकार ।।
कहीं नहीं होती सुनवाई,
कितना भी चिल्लाओ भाई ।
लोकतंत्र में तानाशाही,
फैली चारो ओर तबाही ।
दिखता नहीं कोई उपचार,
का करिहैं मोदी सरकार ।।
गांधी हर विभाग में प्यारे,
होत न आज्ञा बिन पैसा रे ।
ऊपर -नीचे सभी बिके हैं,
सबके निश्चित रेट बंधे हैं ।
सारा सिस्टम है बेकार,
का करिहैं मोदी सरकार ।।