श्री लक्ष्मी नृसिंह स्तोत्र || Lakshmi Narasimha Stotram
श्री लक्ष्मी नृसिंह स्तोत्र || Sri Lakshmi Narasimha Stotram श्रीमत् पयॊनिधिनिकॆतन चक्रपाणॆ भॊगीन्द्रभॊगमणिरञ्जितपुण्यमूर्तॆ । यॊगीश शाश्वत शरण्य भवाब्धिपॊत लक्ष्मीनृसिंह मम...
श्री लक्ष्मी नृसिंह स्तोत्र || Sri Lakshmi Narasimha Stotram श्रीमत् पयॊनिधिनिकॆतन चक्रपाणॆ भॊगीन्द्रभॊगमणिरञ्जितपुण्यमूर्तॆ । यॊगीश शाश्वत शरण्य भवाब्धिपॊत लक्ष्मीनृसिंह मम...
भगवति भवरोगात् पीडितं दुष्कृतोत्यात् । सुतदुहितृकलत्र उपद्रवेणानुयातम् । विलसदमृतदृष्ट्या वीक्ष विभ्रान्तचित्तम् । सकलभुवनमातस्त्राहि माम् ॐ नमस्ते ॥ १ ॥ माहेश्र्वरीमाश्रितकल्पवल्ली...
उज्ज्वल वेंकट नाथ स्तोत्र || Ujjwala Venkata Natha Stotram ॥ उज्ज्वलवेङ्कटनाथस्तोत्रम् ॥ रङ्गे तुङ्गे कवेराचलजकनकनद्यन्तरङ्गे भुजङ्गे, शेषे शेषे विचिन्वन् जगदवननयं...
माँ बगलामुखी हृदय स्तोत्र || Maa Baglamukhi Hridaya Stotra इदानीं खलु मे देव। बगला-हृदयं प्रभो। कथयस्व महा-देव। यद्यहं तव वल्लभा...
सर्व देव कृत लक्ष्मी स्तोत्र || Sarva Deva Krutha Lakshmi Stotram सर्व देवता क्षमस्व भगवत्यम्ब क्षमा शीले परात्परे। शुद्ध सत्व...
श्री हयग्रीव स्तोत्र || Hayagreeva Stotra || हयग्रीव हयग्रीव हयग्रीवेति वादिनम् । नरं मुञ्चन्ति पापानि दरिद्रमिव योषितः॥१॥ हयग्रीव हयग्रीव हयग्रीवेति...
श्री अन्नपूर्णा स्तोत्र || Maa Annapurna Stotram || Annapurna Stotra नित्यानन्दकरी वराभयकरी सौन्दर्यरत्नाकरी निर्धूताखिलघोरपावनकरी प्रत्यक्षमाहेश्वरी । प्रालेयाचलवंशपावनकरी काशीपुराधीश्वरी भिक्षां देहि...
श्री बगलामुखी हृदय स्तोत्र || Shri Baglamukhi Hridaya Stotram || Bagla Hridaya Stotra वन्देऽहं देवीं पीतभूषणभूषिताम् । तेजोरुपमयीं देवीं पीततेजः...
श्री कालभैरव वरद स्तोत्र || Shri Kalbhairav Varad Stotra || Kalabhairava Varad ॐ नमो श्री गजवदना । गणराया गौरीवंदना ।।...
विनियोगः ॐ अस्याः श्री गायत्र्याः श्रीपरब्रह्मऋषिः | ऋग्यजुः सामथर्वांछन्दांसि | श्रीगायत्री ब्रह्माणी देवता | धर्मार्थकाम मोक्षार्थे जपे विनियोगः | ||...
हनुमान बंदी मोचन स्तोत्र || Hanuman Bandi Mochan Stotra बन्दी देव्यै नमस्कृत्य वरदाभय शोभितम्। तदाज्ञांशरणं गच्छत् शीघ्रं मोचं ददातु मे॥...
श्री ललिता पञ्चरत्नं स्तोत्र || Sri Lalitha Pancharatnam Stotram || Lalita Pancharatnam Stotram प्रातः स्मरामि ललितावदनारविन्दं बिम्बाधरं पृथुलमौक्तिकशोभिनासम् । आकर्णदीर्घनयनं...