धर्म सनातन उत्तम है डंके की चोट पर कहता हूँ लिरिक्स – Dharam Sanatan Uttam Hai Danke Ke Chot Pe Kahta Hu Lyrics
धर्म सनातन उत्तम है डंके की चोट पर कहता हूँ मैं श्री राम का सेवक हूँ भगवे के रंग में...
धर्म सनातन उत्तम है डंके की चोट पर कहता हूँ मैं श्री राम का सेवक हूँ भगवे के रंग में...
ऐसा लगता है हिंदुत्व की सदी आ गयी सरयू की लेहरो मै भी जैसे मौज आ गयी आओ राम तम्बू...
मुझको तो बस राम राज्य ही चाहिए मुझको तो बस राम राज्य ही चाहिए मेरे राम जी की अलबेली सरकार...
कीजो केसरी के लाल मेरा छोटा सा ये काम मेरी राम जी कह देना जय सियाराम मैं राम संग जपता...
सदियों से चोरों की टोली, कितने मंदिर लुट गई। कृष्ण की जन्मभूमि छीनी , काशी अयोध्या छूट गई। बरसों से...
रघुपति राघव राजा राम पतित पावन सीता राम सीता राम सीता राम भज प्यारे तू सीता राम राम सिया राम...
मेरी झोपड़ी के भाग आज जाग जाएंगे, राम आएँगे राम आएँगे आएँगे राम आएँगे मेरी कुटिया के भाग आज जाग...
तुम उठो सिया सिंगार करो शिव धनुष राम ने तोड़ा है, तोड़ा है तोड़ा है सीता से नाता जोड़ा है….....
हनुमत विनती सुनो थोड़ी भक्ति हमें दे दो मारुती नंदन विनती सुनो थोड़ी भक्ति हमें दे दो रामजी का दरश...
कौशल्या दशरथ के नंदन राम ललाट पे शोभित चन्दन, रघुपति की जय बोले लक्ष्मण, राम सिया का हो अभिनन्दन, अंजनी...
राघव की अदा निराली है, दिल छीन लिया उसने मेरा, रघुवर की सूरत प्यारी है, दिल छीन लिया उसने मेरा।।...
जपे जा तू बन्दे सुबह और शाम, श्री राम जय राम जय जय राम, कलयुग में केवल यही नाम साँचा,...