गीतों का सम्मेलन होगा, पुरुस्कार – शकुंतला कालरा
गीतों का सम्मेलन होगा, तुम सबको यह बात बतानी, अकड़–अकड़ कर मेंढक बोले, तुम भी चलना कोयल रानी। मीकू बंदर,...
गीतों का सम्मेलन होगा, तुम सबको यह बात बतानी, अकड़–अकड़ कर मेंढक बोले, तुम भी चलना कोयल रानी। मीकू बंदर,...
विजयी विश्व तिरंगा प्यारा झंडा ऊँचा रहे हमारा सदा शक्ति बरसाने वाला प्रेम–सुधा सरसाने वाला वीरों को हर्षाने वाला मातृभूमि...
अभी अभी थी धूप, बरसने, लगा कहाँ से यह पानी। किसने फोड़ घड़े बादल के, की है इतनी शैतानी॥ सूरज...
फूल से बोली कली‚ क्यों व्यस्त मुरझाने में है फायदा क्या गंध औ’ मकरंद बिखराने में है तू स्वयं को...
छोड़ घोंसला बाहर आया‚ देखी डालें‚ देखे पात‚ और सुनी जो पत्ते हिलमिल‚ करते हैं आपस में बात; माँँ‚ क्या...
तूफानों की ओर घुमा दो नाविक निज पतवार आज सिन्धु ने विष उगला है लहरों का यौवन मचला है आज...
ज्यों निकल कर बादलों की गोद से थी अभी एक बूंद कुछ आगे बढ़ी सोचने फिर फिर यही मन में...
हम सब सुमन एक उपवन के एक हमारी धरती सबकी, जिसकी मिट्टी में जन्मे हम। मिली एक ही धूप हमें...
इतने ऊँचे उठो कि जितना उठा गगन है। देखो इस सारी दुनिया को एक दृष्टि से सिंचित करो धरा, समता...
देख कर बाधा विविध बहु विघ्न घबराते नहीं रह भरोसे भाग के दुख भोग पछताते नहीं काम कितना ही कठिन...
पक्षी और बादल ये भगवान के डाकिये हैं, जो एक महादेश से दूसरे महादेश को जाते हैं। हम तो समझ...
चल पड़ा दुष्ट बनवीर क्रूर, जैसे कलयुग का कंस चला राणा सांगा के, कुम्भा के, कुल को करने निर्वश चला...