प्रणय गीत || Pranaya Geet
प्रणय मूलतः संस्कृत का शब्द है। जिसका अर्थ है- प्रेम या प्रीति या मिलन । अर्थात् की यह एक प्रेम...
प्रणय मूलतः संस्कृत का शब्द है। जिसका अर्थ है- प्रेम या प्रीति या मिलन । अर्थात् की यह एक प्रेम...
श्रीमद भागवत पुराण में दशवें स्कंध के 35 वें अध्याय में गोपियों ने सुंदर युगल गीत गया है। जिसका वर्णन...
श्रीमद्भागवत में अनेक गीत है। वेणु गीत दशम स्कन्ध के २१ वें अध्याय में है। श्रीशुकदेव जी महाराज ने सुन्दर...
गीत जो गोपियों ने श्री कृष्ण को सुनाया था, गीत जो गोपियों ने श्री कृष्ण के विरह में गाया। जिसे...
श्याम थारी चौखट पे, आया हूँ मैं हार के, लायक बना ल्यो म्हानें, थारे दरबार के, लायक बना ल्यो म्हानें,...
ये जो दिल पे छाया सुरूर है, ये तेरी नज़र का ही नूर है, के प्रेम करना सिखा दिया, तेरे...
हम बाबा के लाडले, हम पर किसका जोर, पग पग पे सहारा देता, पग पग पे सहारा देता, हम बाबा...
अपने प्रेमी को मेरे बाबा, इतना भी मजबूर ना कर, तेरे होते जग वालों के आगे झुक जाए ना सर,...
जय श्री श्याम, मैंने जावण दे भरतार, भरतार, मेले में खाटू जाऊंगी, मेले में खाटू जाउंगी, म्हारे हेला लखदातार, मेले...
तू दाता है मैं हूँ भिखारी, इसलिए मैं आता हूँ। देता है तू जितना उसी से, मैं परिवार चलता हूँ।...
श्याम करो ना जादुगरिया, मान लो मेरी बात, तिरछी चितवन से मत देखो, मैं जोड़ूँ दोनों हाथ। जब से नैन...
तन्ने दावत मे ले जाउँ, रिंगस से ध्वजा उठाउँ, यारो को साथ में लाउ, तेरे द्वारे ढोल बजाउँ, चल करके...