Jo Dete Lahu Vatn Ko Lyrics || जो देते लहू वतन को लिरिक्स
जो देते लहू वतन को, जो महकाते उपवन को । उन्हें शत शत परनाम मेरे देश का, उनको सो सो...
जो देते लहू वतन को, जो महकाते उपवन को । उन्हें शत शत परनाम मेरे देश का, उनको सो सो...
हम करें राष्ट आराधना, तन से मन से धन से । तन मन धन जीवन से, हम करें राष्ट आराधना...
तू उनको दिल में बसा ले सरकार संवारे जो मिट गए मेरे देश पे दिलदार सांवरे जब वो सरहद पर...
मेरा कर्मा तू, मेरा धर्मा तू । तेरा सबकुछ मैं, मेरा सबकुछ तू ।। हर करम अपना करेंगे ऐ वतन...
जान रहे ना रहे देश ज़िंदा रहे, मौत हो सामने ना डरो, बचाने में वतन की लाज, तू लड़ जाना...
पूजा की थाली में, शहीदों के नाम का, इक दीपक और सजा लेना॥ जिस मंदिर विराजे, भगवान तुम्हारे, वहां भारत...
लेके तिरंगा करे है कमाल हिन्दुस्तानी शेर चले ऐसी रे चाल आगे बड़े तो हम रुकते नही दुश्मन के आगे...
हो सदते मैं जावाँ मेरी दिल जानिया मैं शीश जुकावाँ मेरी दिल जानियाँ तेरे नाम जो कर जावाँ कम वो...
हम लाये हैं तूफ़ान से किश्ती निकाल के, पासे सभी उलट गए दुश्मन की चाल के, अक्षर सभी पलट गए...
सरहद तुझे प्रणाम, सरहद तुझें प्रणाम।। देश की रक्षा धर्म हमारा, देश की सेवा कर्म हमारा, गूंज उठेगा जल थल...
जान भी देंगे इस वतन के लिए जान भी देंगे इस वतन के लिए कुछ भी ना छोड़ेंगे, सब कुछ...
तू चैन से सोना मुल्क मेरे तू आस ना खोना मुल्क मेरे हम है ना तेरे रखवाले हम है ना...