Utho Saathiyon Samay Nahin Hai – उठो साथियों समय नहीं है
उठो साथियों समय नहीं है , यह शोभा श्रृंगार का ,
आज चुकाना है ऋण हमको , भारत मां के प्यार का
आज चुकाना है ऋण हमको भारत मां के दुलार का। ।
जान हथेली पर रख कर चलना है मैदान में ,
फांक नहीं पड़ने देना है
देश धर्म की शान में
सबके आगे एक प्रश्न है
सबके आगे एक प्रश्न है
सीमा पर अधिकार का
आज चुकाना है ऋण हमको , भारत मां के दुलार का। ।
उठो साथियों समय नहीं है , यह शोभा श्रृंगार का ,
बच्चों के हाथों में हम हिम्मत का हथियार दें
जो भी दुश्मन बन कर आता
उसको बढ़कर मात दे
सबसे बढ़कर शक्ति समय कि आज हमारे पास है
हमें खून से अपना लिखना आज नया इतिहास है
दुश्मन घुस आया भीतर तो क्या होगा घर बर्बाद। ।
उठो साथियों समय नहीं है यह शोभा श्रृंगार का
आज चुकाना है ऋण हमको भारत मां के प्यार का
आज चुकाना है ऋण हमको मां के दिए दुलार का।
जय हिंद