स्वामी समर्थ महाराज आरती Swami Samarth Aarti In Hindi, English and Marathi
Swami Samarth Aarti In Marathi
जय जय सद्-गुरु स्वामी समर्था,
आरती करु गुरुवर्या रे।
अगाध महिमा तव चरणांचा,
वर्णाया मति दे यारे॥धृ॥
अक्कलकोटी वास करुनिया,
दाविली अघटित चर्या रे।
लीलापाशे बध्द करुनिया,
तोडिले भवभया रे॥१॥
यवन पूछिले स्वामी कहाँ है,
अक्कलकोटी पहा रे।
समाधी सुख ते भोगुन बोले,
धन्य स्वामीवर्या रे॥२॥
जाणिसे मनीचे सर्व समर्था,
विनवू किती भव हरा रे।
इतुके देई दीनदयाळा,
नच तव पद अंतरा रे॥३॥
1. Swami Samarth Aarti In Hindi
जय जय सदा-गुरु स्वामी समर्थ,
आरती कारु गुरुवर्या।
पैरों की रसातल महिमा,
राय दीजिए सर।
एक सामान्य ज्ञान गंध,
दावली अनहैप्ड चर्या रे।
लीलापाशे बढ़ करुनिया,
टूटी भवभया 1॥
यवन ने पूछा स्वामी कहाँ हैं,
अक्कलकोटि को देखिए।
समाधि का आनंद लेते हुए उन्होंने कहा,
धन्य स्वामीवर्या राय 2॥
मन की सारी शक्तियों को जानो,
मैं तुमसे विनती करता हूं, कितना गौरव खो जाएगा।
इटुके देई दिंडयाला,
नच तव पड़ा अंतरा रे 3॥
1. Swami Samarth Aarti In English
Jay jay sada-guru svaamee samarth,
aaratee kaaru guruvarya.
pairon kee rasaatal mahima,
raay deejie sar.
Ek saamaany gyaan gandh,
daavalee anahaipd charya re.
leelaapaashe badh karuniya,
tootee bhavabhaya 1.
Yavan ne poochha svaamee kahaan hain,
akkalakoti ko dekhie.
samaadhi ka aanand lete hue unhonne kaha,
dhany svaameevarya raay 2.
Man kee saaree shaktiyon ko jaano,
main tumase vinatee karata hoon, kitana gaurav kho jaega.
ituke deee dindayaala,
nach tav pada antara re 3.
2. Swami Samarth Aarti In Marathi
जयदेव जयदेव श्री स्वामी समर्था
आरती ओवाळू चरणी ठेवूनिया माथा !!
जयदेव जयदेव..!!
छेली खेडेग्रामी तू अवतरलासी,
जगदुध्दारासाठी राया तू फिरसी
भक्त वत्सल खरा तू एक होसी,
म्हणूनी शरण आलो तुझिया चरणांसी !!
जयदेव जयदेव..!!
त्रैगुण परब्रम्ह तुझा अवतार,
याची काय वर्णू लीला पामर
शेषादीक शिणले नलगे त्या पार,
तेथे जडमूढ कैसा करु विस्तार !!
जयदेव जयदेव..!!
देवाधिदेव तू स्वामीराया,
निर्जर मूनिजन ध्याती भावे तव पाया
तुजसी अर्पण केली आपली ही काया,
शरणागता तारी तू स्वामीराया !!
जयदेव जयदेव..!!
अघटित लीला करुनी जडमूढ उध्दरीले,
किर्ती ऐकुनी कानी चरणी मी लोळे.
चरण प्रसाद मोठा मज हे अनुभवले,
तुझ्या सूता नलगे चरणावेगळे !!
जयदेव जयदेव..!!
2. Swami Samarth Aarti In Hindi
जयदेव जयदेव श्री स्वामी समर्थ:
आरती ओवलु प्राथकिया मठ !!
जयदेव जयदेव..!!
तुम छल्ली के गांवों से होकर उतरे,
जगदुधदार के लिए राया तू फिरसी
भक्त वत्सला सच तुम एक हो,
इसलिए मैंने आपके चरणों में समर्पण कर दिया !!
जयदेव जयदेव..!!
त्रिगुण परब्रह्म आपका अवतार है,
इस लीला पामर का वर्णन कैसे करें
बाकी उससे आगे नहीं फीके,
वहाँ कैसे विस्तार करें जमुध !!
जयदेव जयदेव..!!
देवाधिदेव आप स्वामीराय,
निर्जर मुनिजन ध्याति भावे तव पाया
मैंने तुम्हें अपना शरीर अर्पित किया,
स्वामीराय को समर्पण !!
जयदेव जयदेव..!!
अनहोनी लीला करुण जड़मुधा
कीर्ति ऐकुनी कनि चरणी एमआई लोले।
चरण प्रसाद को बहुत खुशी हुई।
अपने धागे पर कदम मत रखो !!
जयदेव जयदेव..!!
2. Swami Samarth Aarti In English
Jayadev jayadev shree svaamee samarth:
aaratee ovalu praathakiya math !!
jayadev jayadev..!!
Tum chhallee ke gaanvon se hokar utare,
jagadudhadaar ke lie raaya too phirasee
bhakt vatsala sach tum ek ho,
isalie mainne aapake charanon mein samarpan kar diya !!
jayadev jayadev..!!
Trigun parabrahm aapaka avataar hai,
is leela paamar ka varnan kaise karen
baakee usase aage nahin pheeke,
vahaan kaise vistaar karen jamudh !!
jayadev jayadev..!!
Devaadhidev aap svaameeraay,
nirjar munijan dhyaati bhaave tav paaya
mainne tumhen apana shareer arpit kiya,
svaameeraay ko samarpan !!
jayadev jayadev..!!
Anahonee leela karun jadamudha
keerti aikunee kani charanee emaee lole.
charan prasaad ko bahut khushee huee.
apane dhaage par kadam mat rakho !!
jayadev jayadev..!!
3. Swami Samarth Aarti In Marathi
आरती स्वामी राजा।(२)
कोटी आदित्यतेजा। तु गुरु मायबाप।
प्रभू अजानुभुजा। आरती स्वामी राजा॥धृ॥
पुर्ण ब्रम्ह नारायण।(२)
देव स्वामी समर्थ। कलीयुगी अक्कलकोटी।
आले वैकुंठ नायक। आरती स्वामी राजा॥१॥
लीलया उध्दरिले।(२)
भोळे भाबडे जन। बहुतीव्र साधकासी।
केले आपुल्या समान। आरती स्वामी राजा॥२॥
अखंड प्रेम राहो।(२)
नामी ध्यानी दयाळा। सत्यदेव सरस्वती।
म्हणे आम्हा सांभाळा। आरती स्वामी राजा॥३॥
3. Swami Samarth Aarti In Hindi
आरती स्वामी राजा।(2)
कोटि आदित्यतेजा। आप मेरे पिता हैं।
भगवान अजानुभुज। आरती स्वामी राजा
पूर्ण ब्रह्म नारायण (2)
देव स्वामी समर्थ। कलियुगी अक्कलकोटि।
अले वैकुंठ नायक। आरती स्वामी राजा
लीला ने कहा।(2)
भोले भाबडे लोग। प्रबल साधक।
आप की तरह किया। आरती स्वामी राजा
अनन्त प्रेम हो। (2)
नामी ध्यानी दयाला। सत्यदेव सरस्वती।
हमारा ध्यान रखो। आरती स्वामी राजा 3॥
3. Swami Samarth Aarti In English
Aaratee svaamee raaja.(2)
koti aadityateja. aap mere pita hain.
bhagavaan ajaanubhuj. aaratee svaamee raaja
Poorn brahm naaraayan (2)
dev svaamee samarth. kaliyugee akkalakoti.
ale vaikunth naayak. aaratee svaamee raaja
Leela ne kaha.(2)
bhole bhaabade log. prabal saadhak.
aap kee tarah kiya. aaratee svaamee raaja
Anant prem ho. (2)
naamee dhyaanee dayaala. satyadev sarasvatee.
hamaara dhyaan rakho. aaratee svaamee raaja 3.
4. Swami Samarth Aarti In Marathi
जय देव जय देव, जय जय अवधूता, हो स्वामी अवधूता।
अगम्य लीला स्वामी, त्रिभुवनी तुझी सत्ता।।
जय देव जय देव॥धृ॥
तुमचे दर्शन होता जाती ही पापे।
स्पर्शनमात्रे विलया जाती भवदुरिते।
चरणी मस्तक ठेवूनि मनि समजा पुरते।
वैकुंठीचे सुख नाही या परते।।
जय देव जय देव॥१॥
सुगंध केशर भाळी वर टोपी टिळा।
कर्णी कुंडल शोभति वक्षस्थळी माळा।
शरणागत तुज होतां भय पडले काळा।
तुमचे दास करिती सेवा सोहळा।। जय देव जय देव॥२॥
मानवरुपी काया दिससी आम्हांस।
अक्कलकोटी केले यतिवेषे वास।
पूर्णब्रम्ह तूची अवतरलासी खास।
अज्ञानी जीवास विपरीत भास।। जय देव जय देव॥३॥
र्निगुण र्निविकार विश्वव्यापक।
स्थिरचर व्यापून अवघा उरलासी एक।
अनंत रुपे धरसी करणे नाएक।
तुझे गुण वर्णिता थकले विधीलेख।।
जय देव जय देव॥४॥
घडता अनंत जन्मे सुकृत हे गाठी।
त्याची ही फलप्राप्ती सद्-गुरुची भेटी।
सुवर्ण ताटी भरली अमृत रस वाटी।
शरणागत दासावर करी कृपा दृष्टी।।
जय देव जय देव॥५॥
4. Swami Samarth Aarti In Hindi
जय देव जय देव, जय जय अवधूत, हो स्वामी अवधूत।
अगम लीला स्वामी, त्रिभुवानी आपकी शक्ति है।
जय भगवान जय भगवान
आप इन पापों को देखें।
स्पर्शमात्रे विला जाति भवदुराइट।
सिर को पैरों पर रखने से पैसा काफी है।
वैकुण्ठ में सुख नहीं है।
जय भगवान जय भगवान
सुगंधित केसर भाले पर टोपी लगाएं।
छाती के चारों ओर करणी कुंडल गार्निश करें।
समर्पण तुम काले डर रहे थे।
आपका दास कृति सेवा समारोह। जय भगवान जय भगवान
हमने किस तरह का मानव रूप देखा?
अक्कलकोटि केले यतिवे गंध।
पूर्णब्रह्म आपका अवतार विशेष है।
अज्ञानी जीवन के विपरीत। जय भगवान जय भगवान
रनिगुण रणविकार सार्वभौमिक।
अस्तबल पर कब्जा, केवल इक्यासी।
यह अनंत रूप बनाने वाला नायक है।
अपने गुणों का वर्णन करते-करते थक गए।
जय भगवान जय भगवान
यह अनंत जन्मों की एक गाँठ है।
उनका फल सद-गुरु की यात्रा है।
सुनहरी थाली से भरा अमृत जूस का कटोरा।
आत्मसमर्पण करने वाले दास पर दया करो।
जय भगवान जय भगवान
4. Swami Samarth Aarti In English
Jay dev jay dev, jay jay avadhoot, ho svaamee avadhoot.
agam leela svaamee, tribhuvaanee aapakee shakti hai.
jay bhagavaan jay bhagavaan
Aap in paapon ko dekhen.
sparshamaatre vila jaati bhavadurait.
sir ko pairon par rakhane se paisa kaaphee hai.
vaikunth mein sukh nahin hai.
jay bhagavaan jay bhagavaan
Sugandhit kesar bhaale par topee lagaen.
chhaatee ke chaaron or karanee kundal gaarnish karen.
samarpan tum kaale dar rahe the.
aapaka daas krti seva samaaroh. jay bhagavaan jay bhagavaan
Hamane kis tarah ka maanav roop dekha?
akkalakoti kele yative gandh.
poornabrahm aapaka avataar vishesh hai.
agyaanee jeevan ke vipareet. jay bhagavaan jay bhagavaan
Ranigun ranavikaar saarvabhaumik.
astabal par kabja, keval ikyaasee.
yah anant roop banaane vaala naayak hai.
apane gunon ka varnan karate-karate thak gae.
jay bhagavaan jay bhagavaan
Yah anant janmon kee ek gaanth hai.
unaka phal sad-guru kee yaatra hai.
sunaharee thaalee se bhara amrt joos ka katora.
aatmasamarpan karane vaale daas par daya karo.
jay bhagavaan jay bhagavaan