Aao milakar karen pratigya || आओ मिलकर करें प्रतिज्ञा – श्रमिक गीत

आओ मिलकर करें प्रतिज्ञा, भारत के सम्मान की ।
फिर से वैभव हो दुनिया में, जय हो हिन्दूस्तान की । ।
हम भारत के भारत अपना, भारत की संतानें हम ।
इस पर सब कुछ अपर्ण कर दें, अपना जीवन तन मन धन ।
नहीं है कोई इससे ज़्यादा, कीमत अब संसार की । ।
फिर से वैभव हो दुनिया में, जय हो हिन्दुस्तान की । ।

एक बार क्या बार बार हम, अपना जीवन वारेंगे ।
भारत मां की बली – वेदी पर, अपना शीश उतारेंगे ।
छोड के सब कुछ आज लगा दें, बाजी अपने प्राण की । ।
फिर से वैभव हो दुनिया में, जय हो हिन्दुस्तान की । ।

निर्माणों की दौड़ में हम सब, अपना मूल नहीं भूलें ।
जीवन में निस्वार्थ रहें हम, असमंजस में ना झूलें ।
आज नहीं वह, अब करनी है प्रक्रिया निर्माण की । ।
फिर से वैभव हो दुनिया में, जय हो हिन्दुस्तान की । ।

एक मंत्र का जाप करें हम, संघे शक्ति कलौयुगे ।
मिलकर बोले एक साथ सब, भारत की जय युगे – युगे । ।
आंख मूंद कर नही सहेंगे, हालत अब अपमान की ।
फिर से वैभव हो दुनिया में, जय हो हिन्दुस्तान की । ।