Balaji Jaau Kaha Lyrics || बालाजी जाऊं कहाँ लिरिक्स
हर पल यही कहती हू
के दूर मत रहना ।
करती हू भजन तेरा,
दिल में तू ही तू रहना ।।
बालाजी बालाजी जाऊं कहाँ,
बालाजी बालाजी जाऊं कहाँ ।
दर छोड़ के तेरा दर छोड़ के,
बालाजी बालाजी जाऊं कहाँ ।।
दर छोड़ के तेरा दर छोड़ के,
अंजनी के लाला हनुमान प्यारे ।
लाज मेरी रखना सीता राम के दुलारे,
बालाजी बालाजी जाऊं कहाँ ।।
बालाजी बालाजी जाऊं कहाँ,
दर छोड़ के तेरा दर छोड़ के ।
अंजनी के लाला हनुमान प्यारे,
लाज मेरी रखना सीता राम के दुलारे ।।
बालाजी बालाजी जाऊं कहाँ ।
दर छोड़ के तेरा दर छोड़ के ।।
मैंने तुझको पूजा, तेरा ध्यान किया,
तन मन धन और सब कुछ तुझ पर वार दिया ।
मैंने तुझको पूजा, तेरा ध्यान किया,
तन मन धन और सब कुछ तुझ पर वार दिया ।।
झूठी दुनियादारी मैंने जान लिया,
सच्चा तेरा नाम तुझे पहचान लिया ।
अंजनी के लाला हनुमान प्यारे,
लाज मेरी रखना सीता राम के दुलारे ।।
बालाजी बालाजी जाऊं कहाँ,
बालाजी बालाजी जाऊं कहाँ ।
दर छोड़ के तेरा दर छोड़ के,
दर छोड़ के तेरा दर छोड़ के ।।
छोड़ ना जाना, छोड़ ना जाना हो,
आँख मिले अंधो को, बाँझो को पुत्र मिले ।
तेरे नाम के जाप से सबको राम मिले,
आँख मिले अंधो को, बाँझो को पुत्र मिले ।
तेरे नाम के जाप से सबको राम मिले,
मेहंदीपुर आके जो तेरा ध्यान धरे ।।
केसरीनंदन हनुमान कल्याण करे,
अंजनी के लाला हनुमान प्यारे ।
लाज मेरी रखना सीता राम के दुलारे,
बालाजी बालाजी जाऊं कहाँ ।।
बालाजी बालाजी जाऊं कहाँ,
दर छोड़ के तेरा दर छोड़ के ।
अंजनी के लाला हनुमान प्यारे,
लाज मेरी रखना सीता राम के दुलारे ।।
बालाजी बालाजी जाऊं कहाँ ।
दर छोड़ के तेरा दर छोड़ के ।।