पौढ़ी तेरे दरबार की / Banu Paudi Tere Darbar Ki Lyrics

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ये जन्म तो यूं ही गया
ये जन्म तो यूं ही गया
साँसे यूं ही बेकार की

मुझे अगले जन्म में बनाना माँ
पौढ़ी अपने दरबार की
मुझे अगले जन्म में बनाना माँ
पौढ़ी अपने दरबार की

उलझा रहा इस बार मैं
माया में इस संसार की

मुझे अगले जन्म में बनाना माँ
पौढ़ी अपने दरबार की
मुझे अगले जन्म में बनाना माँ
पौढ़ी अपने दरबार की

मुझे अगले जन्म में बनाना माँ
पौढ़ी अपने दरबार की
मुझे अगले जन्म में बनाना माँ
पौढ़ी अपने दरबार की

धुल तेरे चरणों की शायद
इसी बहाने पा लूं मैं
सुन सुन के तेरे जयकारे
सोये भाग जगा लूं मैं

विश्वास अटल है मेरा
पिघलेगा दिल माँ तेरा
विश्वास अटल है मेरा
पिघलेगा दिल माँ तेरा
सब पाप मेरे धो जायेगी
गंगा माँ तेरे प्यार की

मुझे अगले जन्म में बनाना माँ
पौढ़ी अपने दरबार की
मुझे अगले जन्म में बनाना माँ
पौढ़ी अपने दरबार की

मुझे अगले जन्म में बनाना माँ
पौढ़ी अपने दरबार की
मुझे अगले जन्म में बनाना माँ
पौढ़ी अपने दरबार की

इस पौढ़ी पे बैठेगा जब
दो पल माँ कोई भक्त तेरा
मुक्त दुखो से हो जाएगा
ये बेटा उस वक्त तेरा

पढ़ लेना अर्जी मेरी
आगे माँ मर्जी तेरी
पढ़ लेना अर्जी मेरी
आगे माँ मर्जी तेरी
दिल में ही रह ना जाए कहीं
हसरत तेरे दीदार की

मुझे अगले जन्म में बनाना माँ
पौढ़ी अपने दरबार की
मुझे अगले जन्म में बनाना माँ
पौढ़ी अपने दरबार की

मुझे अगले जन्म में बनाना माँ
पौढ़ी अपने दरबार की
मुझे अगले जन्म में बनाना माँ
पौढ़ी अपने दरबार की

मैया शेरावाली
मैया जोतावाली
मैया मैहरवाली

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