मृत-सञ्जीवनी क्रम दुर्गा सप्तशती || Mrit Sanjivani Kram Durga Saptashat
सञ्जीवन अर्थात जीवन के साथ। मरे हुए को पुनः जीवित कर देने को ही मृत-सञ्जीवनी कहते हैं और यह विद्या...
सञ्जीवन अर्थात जीवन के साथ। मरे हुए को पुनः जीवित कर देने को ही मृत-सञ्जीवनी कहते हैं और यह विद्या...
सझ रहे मेरे भोले नाथ दूल्हा बन के, सझ रहे मेरे भोले नाथ लाडा बन के, दूल्हा वो बन के...
कहा गया है कि यदि भोजन बिगड़ गया तो शरीर बिगड़ गया और यदि संस्कार बिगड़ गया तो जीवन बिगड़...
कनकधारा स्तोत्र चमत्कारी व शीघ्र फल देने वाला है। यह स्तोत्र धन व दरिद्रता सम्बंधी समस्त दोषो का शमन करने...
शिव शंकर चले कैलाश की बुंदिया पड़ने लगी भोले बाबा चले रे कैलाश की बुंदिया पड़ने लगी शिव शंकर चले...
कथा सुना रहे पार्वती को शिव शंकर भगवान, सुनते सुनते अमर कथा को बंद हो गए कान, उमा को पड...
कैलासराणा शिवचंद्रमौळी । फणींद्र माथां मुकुटी झळाळी । कारुण्यसिंधू भवदुःखहारी । तुजवीण शंभो मज कोण तारी ॥ 1 ॥ रवींदु...
कैलासराणा शिवचंद्रमौळी । फणींद्र माथां मुकुटी झळाळी । कारुण्यसिंधू भवदुःखहारी । तुजवीण शंभो मज कोण तारी ॥ १ ॥ रवींदु...
देव दुर्लभ भारत – भूमि का , पितृभूमि का पुण्यभूमि का। पूज्य पूर्वजों द्वारा निर्मित , पावन मंदिर मातृभूमि का।...
महादेव शंकर हैं जग से निराले, बड़े सीधे साधे बड़े भोले भाले । मेरे मन के मदिर में रहते हैं...
हे शिव पिता परमात्मा करते है तेरी पार्थना, ज्ञान को सूरज है तू सारे जगत की आत्मा, हे शिव पिता...
ऐसी भक्ति हे शम्भू दे दो मुझे, रात दिन मैं भजन तेरे गाता रहूं, जैसा भी आए ग़म जिंदगी में...