Ham Kare Rashtra Aaradhan RSS Song श्री गुरू पूजन गीत

हम करें राष्ट्र आराधन, तन से मन से धन से।
तन-मन-धन जीवन से, हम करें राष्ट्र आराधन।।ध्रु।।

अन्तर से, मुख से, कृति से, निश्छल हो निर्मल मति से।
श्रद्धा से मस्तक नति से, हम करें राष्ट्र अभिवादन।।1।।
हम करें राष्ट्र आराधन…

अपने हंसते शैशव से, अपने खिलते यौवन से।
प्रौढ़ता पूर्ण जीवन से, हम करें राष्ट्र का अर्चन।।2।।
हम करें राष्ट्र आराधन…

अपने अतीत को पढ़कर, अपना इतिहास उलट कर।
अपना भवितव्य समझकर, हम करें राष्ट्र का चिन्तन।।3।।
हम करें राष्ट्र आराधन…

है याद हमें युग-युग की, जलती अनेक घटनायें।
जो माँ के सेवा पथ पर, आयी बनकर विपदायें।।

हमने अभिषेक किया था, जननी का अरिशोणित से।
हमने श्रृंगार किया था, माता का अरिमुण्डों से।।

हमने ही उसे दिया था, सांस्कृतिक उच्च सिंहासन।
माँ जिस पर बैठी सुख से, करती थी जग का शासन।।

अब काल चक्र की गति से वह टूट गया सिंहासन।
अपना तन-मन-धन देकर, हम करें पुनः संस्थापन।।4।।
हम करें राष्ट्र आराधन…

संघ में होने वाले गीत की लय इससे भिन्न है। संघ की लय अनुसार ‘‘हम करें राष्ट्र आराधन’’ गीत का वीडियो लिरिक्स के साथ प्रस्तुत हैं।