Hindu Hindu Hum Bandhu Bandhu | Ekal Geet | हिन्दू हिन्दू हम बन्धु बन्धु। एकल गीत | संघ गीत
हिन्दू – हिन्दू हम बन्धु – बन्धु हैं , बिंदु – बिंदु हम महासिंधु हैं।
हम अक्षयवट तरु विशाल हैं , सत्य सनातन चीर त्रिकाल है।
वैष्णव , शैव , शाक्त , सिख शाखा , बौद्ध , जैन हम विविध प्रशाखा।
हम अनेक में एक हिंदू हैं।
हिन्दू – हिन्दू हम बन्धु – बन्धु हैं , बिंदु – बिंदु हम महासिंधु हैं।।
हम न अवर्ण , सवर्ण कभी हैं , नहीं वैश्य ब्राह्मण क्षत्रिय हैं।
हम न शूद्र हरिजन बनवासी , हम केवल हिंदू अविनाशी।
हम विराट मानव स्वयंभू हैं।
हिन्दू – हिन्दू हम बन्धु – बन्धु हैं , बिंदु – बिंदु हम महासिंधु हैं।।
यहां ना कोई द्रविड़ आर्य है , कोई न आदिम नहीं अनार्य है।
ऊंच-नीच हम नहीं जानते , अगला पिछड़ा नहीं मानते।
हम समग्र निर्दोष इन्दु हैं।
हिन्दू – हिन्दू हम बन्धु – बन्धु हैं , बिंदु – बिंदु हम महासिंधु हैं।।