Jane Kya Jadu Kar Gayo Re Lyrics | जाने क्या जादू कर गयो रे लिरिक्स
करुणा भरी पुकार सुन अब तो पधारो मोहना ।
कृष्ण तुम्हारे द्वार पर आया हूँ मैं अति दीन हूँ ।।
करुणा भरी निगाह से अब तो पधारो मोहना ।।
कानन कुण्डल शीश मुकुट गले बैजंती माल हो ।
सांवरी सूरत मोहिनी अब तो दिखा दो मोहना ।।
पापी हूँ अभागी हूँ दरस का भिखारी हूँ ।
भवसागर से पार कर अब तो उबारो मोहना ।।
दर्शन दो घन्श्याम नाथ मोरी अँखियाँ प्यासी रे ।।
मंदिर मंदिर मूरत तेरी फिर भी न दीखे सूरत तेरी ।
युग बीते ना आई मिलन की पूरनमासी रे ।।
दर्शन दो घन्श्याम नाथ मोरि अँखियाँ प्यासी रे ।।
द्वार दया का जब तू खोले पंचम सुर में गूंगा बोले ।
अंधा देखे लंगड़ा चल कर पँहुचे काशी रे ।।
दर्शन दो घन्श्याम नाथ मोरि अँखियाँ प्यासी रे ।।
पानी पी कर प्यास बुझाऊँ नैनन को कैसे समजाऊँ ।
आँख मिचौली छोड़ो अब तो घट घट वासी रे ।।
दर्शन दो घन्श्याम नाथ मोरि अँखियाँ प्यासी रे ।।