Jis Par Ho Hanuman Ki Kripa Lyrics || जिस पर हो हनुमान की कृपा लिरिक्स
जिस पर हो हनुमान की कृपा,
तकदीर का धनी वो नर है ।
रखवाला हो मारुती नंदन,
फिर किस बात का डर है ।।
भजन पवन सुत का कीजिए ।
नाम अमृत का प्याला पीजिए ।।
शीश मुकुट कान में कुण्डल,
लाल सिन्दूर से काया ।
लाल लंगोटे वाला हनुमत,
माँ अंजनी का जाया ।।
नाश करे दुष्टों का,
भक्तों का भय लेता हर है ।
रखवाला हो मारुती नंदन,
फिर किस बात का डर है ।।
भजन पवन सुत का कीजिए ।
नाम अमृत का प्याला पीजिए ।।
आई घड़ी जब जब दुविधा की,
राम के काम बनाए ।
मात सिया वरदान दिया,
संकट मोचन कहलाए ।।
पूजा मंगल शनि करे,
मंगल होता उस घर है ।
रखवाला हो मारुती नंदन,
फिर किस बात का डर है ।।
भजन पवन सुत का कीजिए ।
नाम अमृत का प्याला पीजिए ।।
बल देते हो निर्बल को,
निर्धन को माया देते ।
रोग कष्ट कटते रोगी को,
निर्मल काया देते ।।
लख्खा की भी सुध लेना,
चरणों का सरल चाकर है ।
रखवाला हो मारुती नंदन,
फिर किस बात का डर है ।।
भजन पवन सुत का कीजिए ।
नाम अमृत का प्याला पीजिए ।।
जिस पर हो हनुमान की कृपा,
तकदीर का धनी वो नर है ।
रखवाला हो मारुती नंदन,
फिर किस बात का डर है ।।
भजन पवन सुत का कीजिए ।
नाम अमृत का प्याला पीजिए ।।