Sanjivan Lekar Aa Jayio Lyrics || संजीवन लेकर आ जाइयो लिरिक्स

0

जब तक सूरज उदय ना होए ।
संजीवन लेकर आ जाइयो ।।

ऊंचे पर्वत साधु बैठा जा पहुंचे हनुमान ।
जा चरणों में शीश झुकाया और बतलाया अपना नाम ।।

संजीवन लेकर आ जाइयो ।।

कौन तुम्हारे माता-पिता है कहां तुम्हारा नाम ।
किसके तो तुम भेजे आए, किसके तो लगा शक्ति बाण ।।

संजीवन लेकर आ जाइयो ।।

अंजनी माता पवन पिता है हनुमत म्हारा नाम ।
रामचंद्र के भेजे आए, लक्ष्मण के लागा शक्ति बाण ।।

संजीवन लेकर आ जाइयो ।।

आधी रात पहर का तड़का ना पहुंचे हनुमान ।
रामचंद्र की चिन्ता बढ गई, अब ना बचेंगे लक्ष्मण प्राण ।।

संजीवन लेकर आ जाइयो ।।

चिड़िया बोली मोरा कुके आ पहुंचे हनुमान ।
रामचंद्र की विपता छूट गई, लक्ष्मण के बच गए प्राण ।।

संजीवन लेकर आ जाइयो ।।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *