Sanware Ki Mehfil Ko Lyrics || साँवरे की महफ़िल को लिरिक्स

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संवारे की महफ़िल को संवारा सजाता है ।
किस्मत वालो के घर में श्याम आता है ।।

गहरा हो नाता बाबा का जिनसे,
मिलने को बाबा आता है उनसे ।
उनका यह साथी बन जाता है,
संवारे की महफ़िल को संवारा सजाता है ।।

किरपा बरसती है जिनपे इनकी,
तकदीर लिखता हाथो से उनकी ।
गम का अँधेरा छट जाता है,
संवारे की महफ़िल को संवारा सजाता है ।।

भजन सुनते जो इनके प्यारे,
उसके परिवार के वारे न्यारे ।
मंदिर सो घर बन जाता है,
संवारे की महफ़िल को संवारा सजाता है ।।

कुछ भी असंभव होता नही है,
महफ़िल में इसकी होता यही है ।
सुनील सब यहाँ मिल जाते है,
संवारे की महफ़िल को संवारा सजाता है ।।

Sanware Ki Mehfil Ko Lyrics

Sanware Ki Mehfil Ko,
Sanwara Sajata Hai ।
Kismat Wale Ke Ghar Me,
Shyam Aata Hai ।।

Gahra Ho Nata Baba Ka Jinse,
Milne Ko Baba Aata Hai Unse ।
Unka Yah Sathi Ban Jata Hai,
Sanware Ki Mehfil Ko,
Sanwara Sajata Hai ।।

Kirpa Barasti Hai Jinpe Inki,
Takdeer Likhta Hatho Se Unki ।
Gam Ka Andhera Chhat Jata Hai,
Sanware Ki Mehfil Ko,
Sanwara Sajata Hai ।।

Bhajan Sunte Jo Inke Pyare,
Unke Pariwar Ke Ware Nyare ।
Mandir So Ghar Ban Jata,
Sanware Ki Mehfil Ko,
Sanwara Sajata Hai ।।

Kuch Bhi Asambhav Hota Nahi Hai,
Mehfil Me Iski Hota Yahi Hai ।
Sunil Sab Yaha Mil Jate Hai,
Sanware Ki Mehfil Ko,
Sanwara Sajata Hai ।।

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