शिव कामा सुंदरी अष्टकं – Shiva Kama Sundari Ashtakam
पुण्डरीक पुरा मध्य वसिनिं, नृथ राज सह ध्गर्मिनिं । अध्रि राज थानयां, धिने धिने चिन्थयामि शिवकामा सुन्दरीं ॥१॥ ब्रह्म विष्णु...
पुण्डरीक पुरा मध्य वसिनिं, नृथ राज सह ध्गर्मिनिं । अध्रि राज थानयां, धिने धिने चिन्थयामि शिवकामा सुन्दरीं ॥१॥ ब्रह्म विष्णु...
|| भैरव्युवाच || कालीपूजा श्रुता नाथ भावाश्च विविध: प्रभो । इदानीं श्रोतुमिच्छामि कवचं पूर्वसूचितम् ।। त्वमेव शरणं नाथ त्राहि मां...
आगमतन्त्र से मायातन्त्र के अंतिम पटल १२ में भुवनेश्वरी कवच विधान और उसका फल बताया है। || भुवनेश्वरी कवच ||...
तन्त्र श्रृंखला में श्रीविष्णुपुराण और सौभाग्यलक्ष्मीतन्त्र के प्रथम अध्याय में यह लक्ष्मी चरित्र का वर्णन है जिसमे कि- लक्ष्मी का...
ब्रह्मा जी समस्त वरदाताओं में श्रेष्ठ हैं। इस ब्रह्मा स्तुति का नित्य पाठ करने से मनुष्य सभी बाधाओं से पूर्ण...
जब स्वर्ग की देवियों को यह शुभ समाचार मिला कि तीनों लोकों के सिर की पीड़ा मूर्तिमान् स्वरूप हिरण्यकशिपु युद्ध...
तुलसी विवाह मंगलाष्टक – जो जातक तुलसी विवाह का आयोजन करते है उसे कन्यादान के तुल्य फल प्राप्त होता है...
॥ दोहा ॥ विश्वनाथ को सुमिर मन,धर गणेश का ध्यान। भैरव चालीसा रचूं,कृपा करहु भगवान॥ बटुकनाथ भैरव भजू,श्री काली के...
।। दोहा ।। जय जय जय प्रभु रामदे, नमो नमो हरबार। लाज रखो तुम नन्द की, हरो पाप का भार।...
आरती बालकृष्ण की कीजे, अपनो जन्म सफल कर लीजे, आरती बाल कृष्ण की कीजे।। श्री यशोदा को परम दुलारो, बाबा...
गणपति जी की पूजा करने के बाद उनकी आरती (Aarti of Ganesh ji in Marathi) करने भर से आपके जीवन...
मेरे भैया राजकुमार ,तू शाखा क्यों नहीं आओ, तू शाखा क्यों नहीं आओ, तूने नयो बहनों बनाओ तेरो गटनायक परेशान...