Arati Shaha Autobiography | आरती साहा का जीवन परिचय : पहली एशियाई महिला जिन्होंने इंग्लिश चैनल को पार किया
बचपन से हम अपनी सामान्य ज्ञान की पुस्तकों में पढ़ते आए हैं, ‘इंग्लिश चैनल पार करने वाली पहली एशियाई महिला...
बचपन से हम अपनी सामान्य ज्ञान की पुस्तकों में पढ़ते आए हैं, ‘इंग्लिश चैनल पार करने वाली पहली एशियाई महिला...
बीसवीं सदी की शुरुआत में ईरान में स्वेच्छाचारी पारसी राजतंत्र का निर्मूलन और जनतंत्र प्रतिष्ठा की मकसद से सशस्त्र क्रांतिकारी...
26 जनवरी 1950 में हमारा संविधान बनकर तैयार हो गया था। संविधान के बनने के साथ ही भारत में लोकतंत्र...
लीला सेठ को भारतीय न्यायपालिका के एक सफल सदस्य के रूप में जाना जाता था। लीला सेठ कभी भी अल्पसंख्यकों...
किसी भी व्यक्ति का अपने हक के लिए लड़ना कोई मामूली बात नहीं है। कई लोग समाज तो कभी परिवार...
भारत में दलितों और हाशिए के लोगों को उनके अधिकारों से अवगत कराने वाले बाबासाहेब भीमराव आंबेडकर थे लेकिन वह...
पीके रोज़ी मलयालम सिनेमा की पहली अभिनेत्री थीं। जिस पीके रोज़ी की प्रतिभा और हुनर को सराहना चाहिए था और...
अन्नै मीनमबल शिवराज भारत की पहली दलित नेत्री थी जिन्होंने देश में दलितों के अधिकारों के लिए लड़ा और दलित...
अय्यंकली दक्षिण भारत में सामाजिक न्याय की क्रांति को ज़मीन पर लानेवाले नायक रहे हैं। उनका जन्म 28 अगस्त 1863...
दामोदरम संजीवैया, इस नाम से शायद आप में से चुनिंदा लोग ही वाक़िफ होंगे। दामोदरम संजीवैया आज़ाद भारत के पहले...
भारत के आदिवासी आंदोलनों (जनजाति विद्रोह) के इतिहास में साल 1910 के ‘बूमकाल विद्रोह‘ का उल्लेख बहुत ही कम जगहों...
यह बात ज़ाहिर है कि हम जिस दुनिया में रहते हैं, वह पुरुष प्रधान है। हर क्षेत्र में पुरुषों का...