Ud Ja Kala Kagala Lyrics | उड़ जा काला कागला लिरिक्स
जो मैं ऐसा जानती,
प्रीत करे दुख होय,
नगर ढिंढ़ोरा पीटती,
प्रीत ना करियो कोय ।
उड़ जा काला कागला,
साँवरियो आवे रे,
बाबा को ल्यादे रे,
सन्देश बावरा,
उड़ जा काला कागला,
साँवरियो आवे रे।
काली काली पाँखा तेरी,
मोर सी रँगाउ रै,
सोनी ने बुला के तेरी,
चोंच मैं माधवाऊँ रै ।
खीर मैं खुवाऊँ जीमण,
भात भात रा हो ओ,
उड़ जा काला कागला,
साँवरियो आवे रे।
साँवरियो मिज़ाजी बाबो,
जागे है के सूत्यो रे,
साँची तू बता वो के,
भक्ता ने भूल्यो रे ।
बेगो जा सुणा दे रे,
सन्देश बावरा हो ओ,
उड़ जा काला कागला,
साँवरियो आवे रे ।
भगत अनोखा तेरा,
तू भी है अनोखो रे,
झोली भरया जावे जो,
तू लागे चोखो चोखो रे ।
लहरी उडीका रे,
दिन रात सांवरा हो ओ,
उड़ जा काला कागला,
साँवरियो आवे रे ।
बाबा को ल्यादे रे,
सन्देश बावरा,
उड़ जा काला कागला,
साँवरियो आवे रे ।